मुंबई । महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि केंद्र सरकार राज्य को जरूरत के हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा पा रही है, वैक्सीन की इस कमी को देखते हुए 18 से 44 साल के लोगों के वैक्सीनेशन को रोकने का फैसला लेना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि दो तरह का टीकाकरण हो रहा है। एक केन्द्र का टीकाकरण है, जो 45 से ऊपर वालों के लिए है, दूसरा राज्य का प्रोग्राम है, जो 18 से 45 साल के लोगों के लिए है। टोपे ने कहा, ''हमारे पास 36000 डोज ही बचे हैं। इसलिए हम 3 लाख डोज डाइवर्ट कर रहे हैं। भारत सरकार से वैक्सिन ही नहीं आ रही है इसलिए 18 से 44 साल के लोगों के लिए वैक्सीन रोकनी पड़ी है। हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में हैं, लेकिन वैक्सीन नहीं मिल रही है।''
उन्होंने कहा, ''यह केन्द्र सरकार का दायित्व है कि उन्हें हमें दूसरा डोज देना चाहिए। लेकिन प्लानिंग में गड़बड़ी हो रही है। मैं भारत सरकार से हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि हमें वैक्सीन दें। हम दुनिया से वैक्सिन खरीदने के लिए तैयार हैं। हम 12 करोड़ वैक्सिन एक चेक से खरीद सकते हैं। केन्द्र, राज्य सरकारों को दुनिया की सभी 6 वैक्सिन खरीदने की अनुमति दे, मगर अभी केवल स्पुतनिक को अनुमति दी है। हमने उनको भी ईमेल किया है।''
टोपे ने कहा, ''केन्द्र का कहना है जितनी वैक्सीन बनेगी उसका आधा वो रखेगें, बाकी आधे में राज्य सरकारें और प्राइवेट अस्पताल खरीदेगें। कॉर्पोरेट तो ऊंचे दामों में खरीद लेगें, हम गरीब को वैक्सिन कैसे देंगे। केन्द्र कहता है राज्य बाहर से मंगा लें, ऐसे में विदेशी बाजार में एक राज्य दूसरे राज्य के खिलाफ बोली लगाएगा। ये ठीक हालात नहीं हैं।'
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वैक्सीन की कमी के कारण 18 से 44 साल के लोगों के वैक्सीनेशन को रोकने का फैसला लेना पड़ा - राजेश टोपे