पटना । पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। अब पप्पू यादव को किडनैपिंग के पुराने मामले में गिरफ्तार करने की तैयारी है। मधेपुरा में दर्ज मामले में गिरफ्तारी के लिए एक टीम पटना पहुंच चुकी है। इससे पहले मंगलवार सुबह पीएमसीएच के कोविड वार्ड में जाने के बाद पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया था। पटना में मंदिरी स्थित आवास से पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उन पर बगैर अनुमति घूमने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। बताया जा रहा है कि मधेपुर में 89 में हुए अपहरण के एक मामले में पप्पू यादव को गिरफ्तार किया जाएगा। मधेपुरा पुलिस पटना पहुंच गई है। मधेपुरा में पप्पू यादव के खिलाफ वारंट निकला था। मधेपुरा पुलिस ने पटना पुलिस से गिरफ्तारी में मदद मांगी थी। मंगलवार की दोपहर बाद मधेपुरा से डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम पप्पू यादव को ले जाने पटना पहुंची गई है। कागजी कार्यवाही की जा रही है। सांसद राजीव प्रताप रूडी के संसदीय मद से खरीदे गई एंबुलेंस को छिपा कर रखने के मामले में मचे बवाल के बाद अमनौर थाने में पप्पू यादव व उनके गार्ड पर एफआईआर की गयी है। सारण प्रशासन ने उनके खिलाफ मारपीट करने और लॉकडाडन का उल्लंघन करने के मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केन्द्र के केयर टेकर और गार्ड ने पप्पू यादव और उनके अंगरक्षक पर मारपीट कर कंधे पर लाठी से वार करने, तोड़फोड़ और हंगामा करने का आरोप लगाया है। पप्पू यादव ने सारण पहुंच कर अमनौर के जयप्रभा सामुदायिक केंद्र पर 30 से अधिक एंबुलेंस रखने का मामला उठाया था। इसके बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया। ये एंबुलेंस राजीव प्रताप रूडी के सांसद मद से खरीदी गई थी। श्री ने बयान जारी कर कहा है कि अनधिकृत रूप से पप्पू यादव ने काफिले के साथ सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश किया। चौकीदार और अन्य कर्मियों से भी भिड़ गये। कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा एंबुलेंस लौटाए जाने के बाद उसे रखा गया था जिसकी तस्वीरें खिंचवाने के लिए उन्होंने उसे तहस-नहस किया।
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पप्पू यादव पर और कसा शिकंजा