मुंबई, । मुंबई में हर साल मानसून के दौरान मध्य रेलवे को किसी न किसी संकट का सामना करना पड़ता है। चाहे भारी बारिश हो या फिर पानी में फंसी लंबी दूरी की ट्रेनों के यात्रियों को निकालना हो या फिर बरसाती पानी में ट्रैक पर रेकी करनी हो, इसके लिए विशेष टीम की जरूरत होती है। मध्य रेलवे ने बाढ़ की इन्हीं स्थितियों से निपटने के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों को ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है। आरपीएफ के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों की देख-रेख में मुंबई से सटे अंबरनाथ स्थित जीआईपी डैम पर जवानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें मुंबई डिविजन के प्रशिक्षित कमांडो के साथ मिलकर एक रेस्क्यू टीम बनाई गई है। ठाणे और बदलापुर के इस बचाव दल ने कल्याण जीआरपी, लोकल पुलिस और अंबरनाथ फायर ब्रिगेड के साथ समन्वय स्थापित करना शुरू कर दिया है। बताया गया है कि मानसून के दौरान आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए मध्य रेलवे ने मोटर बोट और ड्रोन खरीदे हैं। इसके लिए फिलहाल प्रशिक्षण चल रहा है। उधर मध्य रेलवे की तरह पश्चिम रेलवे को भी मानसून के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता है। खास तौर पर वसई-विरार सेक्शन में कई बार पानी भरने से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होता है। ऐसे में पश्चिम रेलवे द्वारा भी मशीन बोट और ड्रोन इत्यादि का इस्तेमाल किया जाएगा। कुछ साल पहले मानसून के दौरान पश्चिम रेलवे को वडोदरा के पास गंभीर हालात का सामना करना पड़ा था। मुंबई-अमदाबाद रूट कई दिनों तक प्रभावित रहा।
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मानसून के दौरान बाढ़ से निपटेगी आरपीएफ