मुंबई। टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा की बबीता जी यानि एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। जातिसूचक के खिलाफ गलत शब्द इस्तेमाल करने की वजह से मुनमुन के खिलाफ हरियाणा में गैर जमानती धाराओं में एससा/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हो गई है। इसके बाद से एक्ट्रेस के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। जालंधर में भी दलित संगठनों के उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक मुनमुन के खिलाफ नेशनल अलायंस फॉर शेड्यूल क्लास हयूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने शिकायत दी थी। इसी को आधार बनाकर थाना शहर हांसी की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। एक्ट्रेस के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153A, 295A और अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम की धारा 3(1)(आर), 3(1)(एस) और 3(1)(यू) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये सभी धाराएं गैर जमानती हैं।इसका मतलब यह हुआ कि यदि अब पुलिस कार्रवाई करते हुए मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार करती है तो इन धाराओं में जमानत नहीं मिलेगी। इतना ही नहीं, इन धाराओं में अग्रिम जमानत का प्रावधान भी नहीं है। गौरतसब है कि यह पूरा मामला मुनमुन दत्ता के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए उस वीडियो से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने एक जाति सूचक शब्द का आपत्तिजनक तरीके से इस्तेमाल किया था। वह वीडियो में कहती हैं- 'यूट्यूब पर आना है और इसके लिए अच्छा दिखना चाहती हूं। उन (आपत्तिजनक जाति सूचक शब्द) जैसा नहीं दिखना चाहती।' हालांकि, इन सब के बीच मुनमुन दत्ता ने इंस्टाग्राम पर माफी भी मांगी है। मुनमुन ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट किया था, जिसे उन्होंने अब डिलीट कर दिया है। मुनमुन दत्ता ने इसके बाद बयान जारी करते हुए कहा कि उनका जो वीडियो पोस्ट था, उसमें कहे गए एक शब्द का गलत अर्थ लगाया गया है, जबकि वह अपमान, धमकी या किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाने के इरादे से कभी नहीं कहा गया था। मुनमुन का कहना है कि यह भाषा और क्षेत्र के अंतर के कारण हुआ है। उन्हें सही मायने में शब्द का मतलब नहीं पता था। ऐसे में जब उन्हें इसका मतलब पता चला तो उन्होंने तुरंत उस पार्ट को हटा दिया।
एंटरटेनमेंट बॉलीवुड
टीवी की 'बबीता जी' पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार -हरियाणा में गैर जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज