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चित्रकूट जेल में एक गैंगस्टर ने दो खूंखार अपराधियों की गोली मारकर की हत्या -सीएम ने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर कारागार महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की 

चित्रकूट जेल में एक गैंगस्टर ने दो खूंखार अपराधियों की गोली मारकर की हत्या -सीएम ने मामले की जांच के लिए टीम गठित कर कारागार महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की 

चित्रकूट। चित्रकूट जिले की रगौली जेल में आपसी विवाद में एक बंदी ने दो अन्य कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में उसे भी मार गिराया। जेल अधिकारी ने बताया था कि दोनों गिरोहों के बीच हो रहे झगड़े का बीच-बचाव करने गए एक सुरक्षाकर्मी का सर्विस रिवाल्वर छीनकर बंदी दीक्षित ने अन्य दो कैदियों पर गोली चलाई जिसमें उनकी मौत हो गई। पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के सत्यनारायण ने कहा कि पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है कि बंदी के पास जेल में हथियार कहां से आया। पुलिस के मुताबिक जेल में दो गिरोहों के बीच लड़ाई में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने दूसरे गिरोह के बदमाशों मुकीम काला और मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। इस बीच मुख्‍यमंत्री ने घटना का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए टीम गठित की है और कारागार महानिदेशक से मामले की रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने आयुक्त चित्रकूट डीके सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के सत्यनारायण, उप महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय संजीव त्रिपाठी की संयुक्त टीम को इस घटना की जांच कर आख्‍या उपलब्‍ध कराने का निर्देश दिया है।आईजी के सत्यनारायण ने बताया, लड़ाई में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने शामली के खूंखार अपराधी मुकीम काला और वाराणसी के शातिर अपराधीमेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान जेल के सुरक्षाकर्मियों ने उसे (अंशुल को) काबू करना चाहा, लेकिन उसने कुछ कैदियों को असलहे के बल पर बंधक बना लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई में अंशुल भी मारा गया। घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं, जांच निष्कर्ष से पता चलेगा कि जेल के अंदर हथियार कैसे पहुंचा होगा। उन्होंने बताया कि मारे गए मुकीम काला, मेराज और अंशुल खूंखार अपराधी थे, इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं। सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना के लोगों के पलायन में मुकीम गैंग का नाम आया था जबकि मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली को मऊ जिले के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था। दीक्षित ठेके पर हत्या करने वाला अपराधी था, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। जेल की स्थिति अब नियंत्रण में है।
 

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