नई दिल्ली । दुनिया की सबसे बड़ी ईवी बैटरी बनाने वाली कंपनी कंटेंपरेरी एमपैरेक्स टेक्नोलॉजी (सीएटीएल) में अब तक 9 अरबपति बन चुके हैं। वास्तव में दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों गूगल और फेसबुक में भी इतने अरबपति नहीं हैं। चीन के शिनजियांग प्रांत में मौजूद सीएटीएल के संस्थापक और चेयरमैन रोबिन जेंग युकुन 34.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के 41वें सबसे रईस व्यक्ति बन चुके हैं। चीन की महज 10 साल पुरानी ईवी बैटरी कंपनी सीएटीएल में दुनिया के सबसे ज्यादा 9 अरबपति कर्मचारी काम करते हैं। सीएटीएल टेस्ला, बीएमडब्ल्यू, फॉक्स वैगन, गिली और मर्सिडीज बेंज की इलेक्ट्रिक कार के लिए बैटरी बनाती है। फेसबुक, गूगल और ई-कॉमर्स दिग्गज वालमार्ट जैसी कंपनियों में केवल 8 अरबपति स्टाफ काम करते हैं।
कोरोना संकट के इस दौर में सीएटीएल ने जबरदस्त ग्रोथ दर्ज किया है। सीएटीएल के शेयर केवल एक साल में ही 150 फीसदी तक बढ़ गए हैं। अगर बात से सीएटीएल के संस्थापक और उनके 9 अरबपति कर्मचारियों की करें तो उनके पास कुल 72 अरब डालर की संपत्ति है। पिछले एक साल में सीएटीएल के शेयर ने शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में काफी तेजी दर्ज की है। इस साल 7 जनवरी को सीएटीएल के शेयर 413 युआन को पार कर गए जिससे कंपनी का मार्केट कैप 980 अरब युआन पर पहुंच गया।ईवी बैटरी इंडस्ट्री में सीएटीएल का मुकाबला करने के लिए आसपास कोई दूसरी कंपनी नहीं दिख रही है। चीन की एक मार्केट ट्रैकर फर्म के मुताबिक दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल की सेल्स इस साल 50 फ़ीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है। इससे कार कंपोनेंट सप्लायर को बढ़िया मुनाफा कमाने में मदद मिल सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक इलेक्ट्रिक व्हीकल की वजह से अरबपति बनने के मामले में दो तिहाई लोग चीन से आते हैं। सीएटीएल के 9 अरबपतियों के अलावा चीन में इलेक्ट्रिक व्हीकल से अरबपति बनने के मामले में नियो के संस्थापक और सीईओ विलियम ली और एक्सपेंग के सीईओ ही शाओपेंग का भी नाम आता है। ली की संपत्ति करीब छह अरब डॉलर पर है, जबकि ही के पास 5.5 अरब डॉलर की संपत्ति है। चीन में इलेक्ट्रिक कार का क्रेज लगातार बढ़ रहा है और इस हिसाब से उम्मीद की जा रही है कि सीएटीएल की तरक्की की रफ्तार जारी रहेगी।
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सीएटीएल में अरबपतियों की संख्या तेजी से बढ़ी -कंपनी में अब तक बन चुके हैं 9 अरबपति