नई दिल्ली । दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़ के अपहरण एवं हत्या के बाद से फरार चल रहे ओलम्पियन सुशील कुमार के पास अभी भी सिम कार्ड पहुंच रहे हैं। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में इसबात का खुलासा है। अब पुलिस इस सिम पर सक्रिय इंटरनेट कनेक्शन की जांच कर रही है। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पांच मई से फरार सुशील लगातार पुलिस को चकमा देने की कोशिशकर रहा है। इसके तहत उसने मोबाइल फोन एक साथी को देकर दिल्ली की तरफ भेज दिया दिया। पुलिस को बरगलाने के लिए रास्ते में फोन चालू होता था। जांच में मालूम हुआ है कि सुशील बहादुरगढ़-झज्जर-नजफगढ़ के आसपास छिप कर अलग-अलग सिम से अपने जानकारों से सम्पर्क कर रहा है। सिम कार्ड नम्बर मिलने पर उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने सिम जारी करने वाले दुकानदार से पूछताछ की तो मालूम हुआ कि उससे काला नाम के व्यक्ति ने सिम लिया था। काला ने पुलिस को बताया कि उसने सिम सुशील के रिश्ते में भाई लगने वाले युवक को दिया था। अब पुलिस सुशील तक सिम पहुंचाने वाले शख्श की तलाश कर रही है लेकिन वह फरार चल रहा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन सिम का इस्तेमाल एक दो दिन दिन ही किया गया। इसके बाद इन सिम कार्ड को बंद कर दिया गया है। वहीं पुलिस का मानना है कि सुशील को उसके घर, ससुराल एवं ननिहाल पक्ष के कुछ लोगों द्वारा सहायता मिल रही है। इसके लिए पुलिस लगातार नजर रखे हुए हुए है। वहीं दिल्ली एनसीआर में छापेमारी के साथ साथ पुलिस की टीम भारत नेपाल सीमा पर भी नजर रखे हुए है। सुशील से जुड़े उसके पूर्व साथियों ने पुलिस को बताया है कि वह नेपाल भी भाग सकता है। वहीं, अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद सुशील द्वारा अन्य अदालत में दोबारा अपील करने की सम्भावना है। गौरतलब है कि 4 मई की रात को सागर धनखड़ समेत तीन लोगों का सुशील ने अपने साथियों के साथ अपहरण कर लिया था। सुशील एवं उसके साथियों ने छत्रसाल स्टेडियम में इनके साथ मारपीट की थी जिसमें सागर की मौत हो गई। तब से सुशील अपने साथियो के साथ फरार चल रहा है। इस बीच गैर जमानती वारंट जारी होने के साथ साथ सुशील की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।