एक महिला जिसे ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे और वह प्रताड़ना से तंग आकर १० साल से अपने मायके में रह रही थी। इस बीच उसका पति कब शादी करके दूसरी पत्नी ले आया उसे पता ही नहीं चला पिछले दिनों जब इस महिला के ससुर का देहवसान हुआ और वह ससुराल पहुंची तो देखकर दंग रह गई। उसने भेड़ाघाट थानें में माढ़ोताल थाने और शहपुरा थाने में कई बार शिकायत की लेकिन उसे कहीं से कोई राहत नहीं मिली। पुलिस ने हस्तक्षेप अयोग्य बताकर महिला को टाल दिया। महिला न्याय पाने यहां वहां भटक रही है उसकी लड़की तीस साल की हो गई उसका कोई आसरा नहीं है बमुश्किल दो वक्त की रोटी जुटा पाती है। ऐसे में सामाजिक और राजनैतिक संगठनों से महिला ने न्याय की गुहार लगाई।
मूलत: भेड़ाघाट बाईपास निवासी महिला ५२ वर्षीय मनोरमा साहू ने ईएमएस में की शिकायत में बताया कि बाईपास में निर्माण के दौरान उसका मकान टूटा और उसे आईटीआई माढ़ोताल के पास विस्थापित किया गया। उसकी शादी महगवां (शहपुरा) निवासी भगवान प्रसाद साहू से हुई थी। ससुराल वालों ने उसे बेहद प्रताड़ित किया। खाना पीना में दिक्कत के साथ मारपीट भी की जाती थी वह अपनी बेटी को लेकर मायके आ गई और पिछले १० सालों से वह मायके में रह रही थी। आज उसकी बेटी दीपिका ३० साल की हो गई है। पिछले दिनों जब उसके ससुर का निधन हुआ तो महगवां अपने ससुराल गई तब यह खुलासा हुआ कि उसके पति ने बिना तलाक दिये नागौर देवरी निवासी रुकमणी बाई से दूसरी शादी कर ली। इस पर उसने आपत्ति जताई तो पति के साथ-साथ उसकी सौतन ने भी जान से मारने की धमकी दी। महिला ने पहले इस मामलें की शिकायत भेड़ाघाट थाने में की फिर शहपुरा में और अब माढ़ोताल में लेकिन उसे कहीं से न्याय नहीं मिल रहा।
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न्याय पाने दर-दर भटक रही महिला (२५पीआर११जीडब्ल्यू) तलाक दिये बिना पति ने कर ली दूसरी शादी