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 उप्र, पंजाब और राजस्‍थान समेत कई राज्‍यों में हो सकती है बा‎रिश  - दिल्‍ली, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश और ओलावृष्टि के आसार 

 उप्र, पंजाब और राजस्‍थान समेत कई राज्‍यों में हो सकती है बा‎रिश  - दिल्‍ली, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश और ओलावृष्टि के आसार 

नई दिल्ली । चक्रवाती तूफान तौकते के असर और पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत के राज्यों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। तूफान ने देश के तटीय क्षेत्रों में तो कहर बरपाया ही, बुधवार को दिल्ली में भी इसने 70 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। मई का अधिकतम तापमान जहां 70 साल में सबसे कम दर्ज किया गया, वहीं बारिश ने छह साल का रिकार्ड तोड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को भी दिल्‍ली, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं। साथ ही मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर बताया है कि अगले सोमवार तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं। दिल्‍ली में बुधवार को मई का अधिकतम तापमान 70 साल में सबसे कम दर्ज किया गया। बारिश ने भी छह साल का रिकार्ड तोड़ा। देश की राजधानी में 24 घंटे से भी अधिक समय तक बारिश लगातार जारी रही। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी दिनभर बादल छाए रहने व हल्की बारिश की संभावना जताई है। राजधानी दिल्ली में बारिश का दौर मंगलवार देर रात ही शुरू हो गया था। बुधवार को दिनभर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का सिलसिला दिन भर चलता रहा। बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से 16 डिग्री कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि 1951 के बाद मई माह का यह सबसे कम अधिकतम तापमान है। इससे पूर्व 13 मई, 1984 को अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री दर्ज हुआ था। न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
चक्रवाती तूफान तौकते का असर पंजाब में भी पड़ा है। बुधवार को सूबे के कई जिलों में तेज हवाएं चलने, बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की वजह से दिन का तापमान सामान्य से दस से बारह डिग्री सेल्सियस कम रिकार्ड किया गया। इससे लोगों ने गर्मी से राहत महसूस की। मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार व शुक्रवार तक टाक्टे के प्रभाव की वजह से पंजाब में तूफान जैसी स्थिति पैदा हो सकती है तथा धूल भरी तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग की प्रमुख डा. प्रभजोत कौर सिद्धू ने कहा कि पंजाब में लो प्रेशर सिस्टम बना हुआ है, दूसरी तरफ तौकते ने गुजरात व राजस्थान से होते हुए हरियाणा और पंजाब की तरफ मूव किया है। उसके प्रभाव की वजह से दक्षिण की तरफ से तेज हवाएं आ रही हैं, जिसमें माश्चराइजर ज्यादा होता है। इससे बुधवार को पंजाब के कई जिलों में बादल छाए रहे और बूंदाबांदी हुई। 
मौसम विभाग चंडीगढ़ के अनुसार अमृतसर में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम था। लुधियाना में अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जोकि सामान्य से 11 डिग्री सेल्सियस कम था। इसी तरह बठिंडा में अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री रहा, जोकि सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस कम था। पटियाला में अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस कम रहा। अरब सागर में आए चक्रवाती तूफान टाक्टे ने अब देश के उत्तरी भाग में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इस चक्रवाती तूफान के के दायरे में अब उत्तर प्रदेश भी है। इसके चलते राजस्थान से लेकर उत्तरी मध्यप्रदेश व दक्षिणी उत्तर प्रदेश तक निम्न वायुदाब क्षेत्र की एक पट्टी बनी हुई है। ऐसी ही एक पट्टी उत्तर बिहार से निकलकर छत्तीसगढ़ तक भी बनी है। उधर दक्षिणी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 हजार फीट की ऊंचाई पर चक्रवातीय हवा का क्षेत्र और जम्मू के ऊपर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। उधर, बंगाल की खाड़ी की ओर से चल रही पुरवा हवाएं लगातार पूर्वी उत्तर प्रदेश के वातावरण में नमी का इजाफा कर रही हैं। दरअसल, इन्हीं वायुमंडलीय परिस्थितियों की वजह से गोरखपुर सहित समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में रुक-रुक बारिश शुरू हो चुकी है। गुरुवार को भी 20 से 25 मिलीमीटर बारिश के आसार हैं। शुक्रवार को भी बूंदाबादी से लेकर हल्की वर्षा हो सकती है।
 

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