नई दिल्ली । केरल में चर्चित मंत्री रहीं केके शैलजा की जगह सीएम पिनराई विजयन ने वीना जॉर्ज को हेल्थ मिनिस्टर की जिम्मेदारी दी है। कोरोना संकट के दौरान राज्य में अपने कामों के लिए शैलजा को काफी तारीफ मिली थी। कोरोना की लहर से निपटने, इलाज के इंतजाम करने और लोगों को जागरूक करने में उनकी अहम भूमिका रही थी। ऐसे में उन्हें कैबिनेट में जगह न मिलने की काफी चर्चा हुई थी। उनकी जगह पर एलडीएफ सरकार में अब वीना जॉर्ज को यह पद मिला है, जो पत्रकारिता छोड़कर राजनीतिक क्षेत्र में आई हैं। 64 वर्षीय केके शैलजा की कोविड मैनेजमेंट के लिए तारीफ की गई थी। यही नहीं 2018 में फैले निपाह वायरस से निपटने के उपायों के लिए भी उनकी सराहना की गई थी। केके शैलजा को कैबिनेट से हटाए जाने की आलोचना की गई थी। यही नहीं बृंदा करात समेत सीपीएम के कई सीनियर नेताओं ने शैलजा को कैबिनेट में शामिल न करने को गलत करार दिया था। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शैलजा की बढ़ती लोकप्रिया भी उनके खिलाफ गई है। बता दें कि केरल में नई सरकार के गठन से पिछले सभी मंत्रियों को बाहर रखा गया है। हालांकि पिनराई विजयन के दामाद को कैबिनेट में शामिल किया गया है, जिसे लेकर उनकी आलोचना की जा रही है। केके शैलजा की लोकप्रियता को उनकी चुनावी जीत से भी समझा जा सकता है। फिजिक्स की टीचर केके शैलजा को कन्नूर जिले की मत्तनूर विधानसभा सीट से 60,000 वोटों से जीत मिली है। केरल के विधानसभा चुनाव में केके शैलजा ने सबसे बड़ी जीत हासिल की है।