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दिल्ली में आज से 18 प्लस वाले युवाओं का वैक्सीनेशन रुका

दिल्ली में आज से 18 प्लस वाले युवाओं का वैक्सीनेशन रुका


नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने  कहा कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार अब काफी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे में सिर्फ 2200 नए केस सामने आए हैं। संक्रमण दर भी घटकर 3.5% रह गई है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कोरोना का खतरा अब टल गया है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में आज से 18 साल से ऊपर के युवाओं का वैक्सीनेशन बंद हो गया है। केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए जितनी वैक्सीन भेजी थीं वो खत्म हो गई हैं। कुछ वैक्सीन की डोज बची हैं वो कुछ सेंटर में दी जा रही हैं, वो भी शाम तक खत्म हो जाएंगी। दिल्ली में रविवार से युवाओं के वैक्सीनेशन के सभी सेंटर बंद हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने दिल्ली का वैक्सीन कोटा पहले से भी कम कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को हर महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है। इसके मुकाबले मई में हमें केवल 16 लाख मिलीं, जबकि जून के लिए केवल 8 लाख वैक्सीन दी जाएंगी। अगर हर महीने 8 लाख वैक्सीन मिलीं तो 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने में 30 महीने से भी अधिक लग जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में वैक्सीन ही सबसे बड़ा हथियार है। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि दिल्ली को पर्याप्त मात्रा वैक्सीन उपलब्ध कराएं। केंद्र सरकार ने अब तक युवाओं के लिए जितनी वैक्सीन भेजी थी वो खत्म हो गई है। केंद्र से हमने और वैक्सीन मांगी है। मुझे बहुत दुख है कि वैक्सीन खत्म होने के कारण हमें युवाओं के वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़ रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में में 3,009 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 14,12,959 तक पहुंच गई है, जबकि 7,288 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 13,54,445 हो गई। इस दौरान 252 और मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 22,831 पर पहुंच गया। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.61 फीसदी रह गई है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली तीसरे स्थान पर है। राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान 63,190 नमूनों का परीक्षण किया गया। इसके साथ ही अब तक हुई जांच संख्या बढ़कर 4.96 करोड़ के पार पहुंच गई है। प्रत्येक 10 लाख आबादी पर जांच का औसत 9,78,736 है। इस बीच राजधानी में कंटेनमेंट जोन की संख्या घट कर 50,076 पहुंच गई है। 

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