लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीष रावत सोशल मीडिया पर मुखर होते हुए नजर आए हैं। ट्वीट करते हुए रावत ने लिखा है कि 'भाजपा आविष्कारित राष्ट्रवाद जिंदाबाद।।' इस शीर्षक के साथ ही वो लिखते हैं कि 'देखिये कितना बड़ा क्रूर सत्य है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के हत्यारे को राष्ट्रभक्त बताने वाली, कर्मयोगी दिग्विजय सिंह जी को ढाई लाख से ज्यादा मतों से पराजित कर देती है। मुंबई हमले के दौरान निर्दोष लोगों को आतंकवादियों के हाथों से बचाने में प्राण गंवाने वाले हेमंत करकरे जी को श्रापित कर मरने का श्राप देने वाली महिला सबसे बड़ी राष्ट्रभक्त बन जाती है। एक फिल्मी डायलॉग है 'जिसके सर पर हाथ फिरा दूं, किस्मत चमके उसकी' तो भारतीय जनता पार्टी जिसके सर पर भी हाथ फिरा दे रही है, उसकी किस्मत चमक जा रही है।' वैसे तो सोशल मीडिया पर रावत को इस पोस्ट के लिए भी भला-बुरा सुनना पड़ रहा है, क्योंकि ट्रोलर्स ने अब उनका पीछा ले लिया है और यहां तक कि उन्हें निर्लज्ज बताने से भी गुरेज नहीं किया जा रहा है।