नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा बाइक बोट धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों बद्री नारायण तिवारी और विजय शर्मा की 110 करोड़ की संपत्ति संलग्न कर आगे की जांच में जुट गई है। अधिकारियों का कहना है कि आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में 23 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी दिल्ली के करीब 800 निवेशकों से 250 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। आर्थिक अपराध शाखा के मुताबिक ठगी के आरोपी बद्री नारायण तिवारी और विजय शर्मा को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि इन लोगों ने फर्जीवाड़ा के रुपये के काफी प्रॉपर्टी अर्जित किए हैं। छानबीन के बाद करीब 110 करोड़ की प्रॉपर्टी का पता चला, जिसे शाखा ने संलग्न कर लिया है।
अधिकारियों ने बताया कि शाखा में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कंपनी चला रहे संजय भाटी व अन्य के खिलाफ 42 हजार करोड़ रुपये का धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इनपर आरोप है कि आरोपी निवेशकों से एक बाइक पर 62 हजार रुपये निवेश करने के लिए कहते थे और इसके बदले में 1500 रुपये मूल व किराए राशि के साथ प्रतिमाह देने का आश्वासन देते थे। जनवरी 2019 में कंपनी ने इलेक्ट्रिक बाइक स्कीम लांच कर निवेशकों से 1.24 लाख रुपये निवेश करने के लिए कहा। बदले में प्रतिमाह एक साल तक 17 हजार रुपये देने का आश्वासन दिया गया। करोड़ों रुपये आने के बाद कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी फरार हो गए। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। शाखा ने संजय भाटी समेत कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया।जांच के दौरान शाखा को इस बात की जानकारी मिली कि बद्री नारायण तिवारी की कंपनी बैटरी से चलने वाली बाइक बनाती थी जिसे वह गर्वित इनोवेटिव कंपनी को सप्लाई करता था। यूपी एसटीएफ ने बद्री नारायण तिवारी की संलिप्ता की वजह से पिछले साल उसे गिरफ्तार कर लिया। आर्थिक अपराध शाखा को दिल्ली में दर्ज मामलों में उसकी संलिप्ता का पता चला।
शाखा के पुलिस उपायुक्त मोहम्मद अली के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सोमवार को अशोक नगर राजाजीपुरम लखनऊ यूपी निवासी बद्री नारायण और सेक्टर सौ नोएडा यूपी निवासी विजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। शाखा के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक की जांच में इन दोनों आरोपियों के 110 करोड़ की संपत्ति का पता चला है। जिसे शाखा अदालत के जरिए संलग्न कर आगे की जांच में जुट गई है।
लीगल
बाइक बोट केस: 2 आरोपियों की 110 करोड़ की संपत्ति अटैच, जांच में जुटी आर्थिक अपराध शाखा