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कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी, सृजित होगा कार्यकारी अध्यक्ष का पद

कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी, सृजित होगा कार्यकारी अध्यक्ष का पद

लोकसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफा देने की पेशकश को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने मानने से इनकार कर दिया है। सीडब्ल्यूसी के नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को पार्टी नेतृत्व में बड़े बदलाव करने की आजादी भी दी है। ऐसी भी खबरें हैं कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने राहुल को ध्यान में रखकर ही सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष का एक पद बनाने का प्रस्ताव दिया है। 
राहुल को चुनाव में हार के कारणों पर विचार करने और पार्टी को मजबूत बनाने के लिए प्रस्ताव देने और एक कार्ययोजना तैयार करने के लिए कमेटी बनाने का भी सुझाव दिया गया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि कमिटी के निष्कर्षों और प्रपोजल को सामूहिक विचार के लिए पूर्ण सीडब्ल्यूसी मीटिंग में रखा जाना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि पार्टी के 24, अकबर रोड स्थित मुख्यालय पर एक वर्किंग प्रेजिडेंट के मौजूद होने से पार्टी अध्यक्ष को मदद मिलेगी और राहुल को रोजाना के कामकाज से मुक्ति मिल सकेगी। इससे पार्टी अध्यक्ष संगठन और राजनीतिक कार्यों के लिए देश भर में यात्रा कर सकेंगे। केरल और पंजाब को छोड़कर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस देशभर में कमजोर स्थिति में सामने आई है। 
गांधी परिवार के बाहर से किसी नेता के कार्यकारी अध्यक्ष बनने से पार्टी के अंदर भी सही संदेश जाएगा क्योंकि अभी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर गांधी परिवार का लगभग नियंत्रण है। राहुल पार्टी अध्यक्ष हैं, सोनिया यूपीए की अध्यक्ष हैं और प्रियंका को पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अंतिम निर्णय लेने के लिए राहुल को पूरी तरह अधिकार देते हुए कहा सन1983 में कांग्रेस की दक्षिण में हार के बाद इंदिरा गांधी ने वरिष्ठ नेता कमलापति त्रिपाठी को कांग्रेस कार्य समिति का अध्यक्ष बनाया था।
राहुल के इस्तीफे को सीडब्ल्यूसी ने एकमत से नकार दिया था और प्रियंका गांधी ने बैठक में कहा था कि किसी एक व्यक्ति को कांग्रेस की हार की पूरी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने अपने भाई से पार्टी की कमान अपने पास बरकरार रखने का निवेदन किया था। इसे कांग्रेस कार्यसमिति और गांधी परिवार के एक दिशा में कार्य करने का संकेत माना जा रहा है। गांधी परिवार के वफादारों का कहना है कि केवल राहुल का देश भर में आकर्षण है और वह कांग्रेस को एकजुट रख सकते हैं।

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