
मुम्बई । तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में शामिल नहीं किये जाने से निराश हैं। जयदेव ने 19 साल की उम्र में ही टेस्ट पदार्पण किया था पर इसके बाद भी वह पिछले 11 साल से टेस्ट मैच नहीं खेल पाये हैं हालांकि इस गेंदबाज को अब भी टीम में वापसी की उम्मीद है। 29 साल के उनादकट ने अब तक एक टेस्ट, सात एकदिवसीय और 10 टी20 मैचों में टीम इंडिया की ओर से खेला है। इस गेंदबाज ने कहा, ‘जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुझे टीम में जगह नहीं मिली तो मुझे लगा था कि ये सही है, क्योंकि तब टीम में हर कोई फिट था पर बाद में जब अधिकतर खिलाड़ियों को चोट लगी और जिन क्रिकेटरों को उनकी जगह मौका दिया गया तो मुझे महसूस हुआ कि एक अवसर मुझे भी मिलना चाहिए था।’ उनादकट ने साल 2010 के बाद से ही कोई टेस्ट नहीं खेला है।
इस तेज गेंदबाज को उम्मीद थी कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह मिलेगी पर उन्हें स्टैंडबाई क्रिकेटरों में भी शामिल नहीं किया गया। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मुझे इंग्लैंड दौरे के लिए चुने जाने की उम्मीद थी पर जब शीर्ष खिलाड़ी टीम में हों तो मुझे इंतजार करना ही था, लेकिन इस बार मैं निराश हूं हालांकि मैं खुद को प्रोत्साहित करने पर ध्यान देता हूं।’
उनादकट ने 89 प्रथम श्रेणी मैचों में 327 विकेट लिए हैं। 2019-2020 रणजी सीजन में जयदेव उनादकट ने 67 विकेट लिए थे। उनके नाम एक तेज गेंदबाज के तौर पर एक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है।