बेंगलुरु । दक्षिण में बीजेपी के इकलौते दुर्ग कर्नाटक में लगातार सियासी उठापटक जारी है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को हटाने की मांग पिछले पौने दो सालों में करीब आधा दर्जन बार उठ चुकी है, लेकिन अभी तक उनकी कुर्सी को कोई हिला नहीं सका है। बुधवार को मंत्रियों और विधायकों ने पहली बार सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री को बदलने की बातों को स्वीकार किया। हालांकि, मुख्यमंत्री के करीबियों को भरोसा है कि येदियुरप्पा अपना कार्यकाल पूरा कर, उन्हीं के नेतृत्व में बीजेपी अगला चुनाव लड़ेगी।
दरअसल, 78 साल के येदियुरप्पा उम्र की ऐसी दहलीज पर खड़े हैं, जहां बीजेपी उनके राजनीतिक विकल्प के लिए रास्ता बनाना चाहती है।उम्र के साथ-साथ बीजेपी के विधायक और मंत्रियों की मांग भी राज्य में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर है। इस बार पर्यटन मंत्री सीपी योगेश्वर और बीजेपी हुबली-धारवाड़ (पश्चिम) के विधायक अरविंद बेलाड सहित कई नेताओं ने कर्नाटक में सीएम बदलने की मांग को लेकर दिल्ली में डेरा जमाया हुआ है। राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा, मुझे दिल्ली में कई (विधायकों) के डेरा डालने की जानकारी मिली है। मुझे आज भी कई जगहों पर होने वाली बैठकों के बारे में पता चला है। कई मंत्री भी इसका हिस्सा हैं। यह सच है कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे कुछ (विधायकों) के दिल्ली जाने के बारे में पता चला है, यह सौ प्रतिशत सच है कि ऐसा घटनाक्रम जारी है। कुछ लोग प्रत्यक्ष रूप से शामिल है,तब कुछ परोक्ष रूप से शामिल हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री के करीबी कई विधायकों ने इस तरह के बदलाव पर सवाल उठाकर कहा कि येदियुरप्पा अपना कार्यकाल पूरा कर और अगले विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी का नेतृत्व करने वाले है।
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येदियुरप्पा को हटाने विधायकों को दिल्ली में डेरा, पौने दो सालों में दर्जनों बार उठी मांग