सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों में 3,710 रुपए के स्तर सहारे के साथ 3,760 रुपए तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। निचले स्तर की खरीदारी और 586 रुपए प्रतिटन की पेराई मार्जिन के बाद मिलों की ओर से अधिक खरीदारी की उम्मीद के कारण हाजिर बाजारों की मांग में तेजी देखी जा रही है। घरेलू सोयाबीन की कीमतों में तेजी और डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपए के कारण सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों में 748-752 रुपए तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। लंबे समय तक व्यापार युद्ध और तेल की कीमतों में गिरावट के कारण सीबोट में पर सोया तेल की कीमतों में मौजूदा नरमी के बावजूद, बढ़ती मांग के कारण घरेलू बाजार में कीमतें प्रभावित नहीं होगी। इसके विपरीत सीपीओ वायदा (जून) के 500 रुपए तक लुढ़कने की उम्मीद है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पॉम ऑयल की मांग में गिरावट का संकेत मिल रहा है, क्योंकि यूरोपीय संघ ने जैव ईंधन में पॉम ऑयल के उपयोग की सीमा तय कर दी है, जिससे पॉम ऑयल से जैव ईंधन के प्रकारों को प्रतिबंधित करेगा।