मुंबई । केंद्र सरकार ने घरेलू हवाई यात्रा करने वालों को बड़ा झटका दिया है। सरकार ने न्यूनतम हवाई किराए यानी किराए के निचले स्तर में 13 से 16 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। हालांकि अधिकतम किराया यानी किराए के उपरी स्तर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। नया किराया 1 जून 2021 से लागू होगा। सरकार के इस कदम से एयरलाइन कंपनियों को मदद मिलेगी। कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण हवाई यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई है जिसकी उनकी आय घटी है। देश में हवाई उड़ान अवधि के आधार पर हवाई यात्रा किराए की निचली और ऊंची सीमा तय की गई। यह सीमा पिछले साल दो माह चले लॉकडाउन के 25 मई को खुलने के समय तय की गई। 40 मिनट की यात्रा पर 300 रुपए ज्यादा खर्च होंगेनागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, अब 40 मिनट तक के सफर के लिए कम से कम 2600 रुपए खर्च करने होंगे। अभी तक 40 मिनट के सफर के लिए न्यूनतम किराया 2300 रुपए था। अब यात्रियों को 40 मिनट तक के सफर में 300 रुपए ज्यादा खर्च करने होंगे। इसी प्रकार से अवधि के अनुसार न्यूनतम किराए की दरों में बढ़ोतरी की गई है। सबसे लंबी दूरी 180 से 210 मिनट तक के सफर के लिए न्यूनतम किराए में 1100 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। 180 मिनट से ज्यादा के सफर के लिए यात्रियों को अब कम से कम 7600 के बजाए 8700 रुपए खर्च करने होंगे।डीजीसीए ने पिछले साल मई में घरेलू उड़ानों अके लिए कुल 7 फेयर बैंड की घोषणा की थी। ये 7 प्राइस बैंड यात्रा के समय पर आधारित हैं। पहला बैंड उन फ्लाइट के लिए हैं, जो 40 मिनट तक की यात्रा करती हैं। बाकी के बैंड क्रमशः 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट, 120-150 मिनट, 150-180 मिनट और 180-210 मिनट के हैं।
इकॉनमी
1 जून से हवाई सफर करना होगा महंगा