
वैश्विक समुदाय के साथ समझौता न होने और अमेरिका के साथ बढ़ती खींचतान के बीच ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि उनका देश परमाणु कार्यक्रम पर एक जनमत संग्रह करा सकता है। सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक, राष्ट्रपति रूहानी ने शनिवार की शाम ईरान के प्रमुख मीडिया प्रतिष्ठानों के संपादकों के साथ बैठक में यह सुझाव दिया। पिछले हफ्ते देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता ने रूहानी की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी। रूहानी ने कहा कि उन्होंने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई को 2004 में उस वक्त जनमत संग्रह की सलाह दी थी, जब वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम के वरिष्ठ वार्ताकार थे।
रूहानी के हवाले से बताया गया है कि उस वक्त सर्वोच्च नेता ने जनमत के विचार को मंजूरी दी थी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया था। इस तरह का मतदान किसी भी समय एक समाधान हो सकता है।