नई दिल्ली । बर्ड फ्लू की वजह से इस साल जनवरी- फरवरी के दौरान मांग में कमी आने के बाद अब कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच एक बार फिर अंडों की मांग बढ़ गई है। मांग बढ़ने की मुख्य वजह महामारी के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिए अंडों का सेवन बढ़ना है। सरकार के अधिकारियों और उद्योग के विशेषज्ञों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंडों की मांग बढ़ने के साथ प्रति अंडे का खुदरा मूल्य अलग-अलग इलाकों में छह से सात रुपए हो गया है। विशेषज्ञों ने कहा कि अंडे प्रोटीन से भरी उन खाद्य सामग्रियों में शामिल हैं जिनकी कोविड-19 मरीजों को सेवन करने की सलाह दी जाती है और यह लोगों के पास प्रोटीन का सबसे सस्ता उपलब्ध स्रोत भी है। अंडे में सबसे ज्यादा 11 प्रतिशत प्रोटीन होता है। मंत्रालय के एक और अधिकारी ने कहा कि अंडों के मासिक खपत में वृद्धि का अनुमान लगाना मुश्किल है। इसके बावजूद उन्होंने बताया कि 2018-19 की तुलना में 2019-20 में भारत में अंडे का प्रति व्यक्ति सालाना सेवन 79 अंडों से बढ़कर 86 हो गया। ब्रांडेड अंडे ज्यादा महंगी दरों पर बिकते हैं और उनकी कीमत प्रति अंडे करीब 10 रुपए या उससे ज्यादा होती है।
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कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच अंडों की मांग बढ़ी