
नई दिल्ली । ओलंपिक के ठीक पहले भारतीय पहलवान सुमित मलिक को बुल्गारिया में हुए क्वालीफायर के दौरान डोप परीक्षण में असफल रहने के बाद अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। सुमित के डोप टेस्ट में नाकाम रहने से भारत की ओलंपिक तैयारियों को झटका लगा है। मलिक ने बुल्गारिया स्पर्धा में 125 किग्रा वर्ग में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था जबकि यह पहलवानों के लिए कोटा हासिल करने का अंतिम अवसर था पर वह डोपिंग में फंस गये।
ऐसे में अब ओलंपिक में भाग लेने की सुमित की संभावनाएं तकरीबन समाप्त हो गयी हैं। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) ने कहा, ‘‘ यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग) ने कल भारतीय कुश्ती महासंघ को जानकारी दी है कि सुमित डोप टेस्ट में विफल हो गया है। अब उन्हें 10 जून को अपना ‘बी’ नमूना देना है। मलिक का बी नमूना भी अगर पॉजिटिव आता है तो उसे खेल से प्रतिबंधित किया जा सकता है। उसे निलंबन को चुनौती देने का अधिकार है लेकिन जब तक सुनवाई होगी और फैसला आएगा तब तक उसके ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा का अवसर निकल जाएगा। मलिक घुटने की चोट से जूझ रहे हैं। उन्हें ये चोट ओलंपिक क्वालीफायर शुरू होने से पहले राष्ट्रीय शिविर के दौरान लगी थी। उन्होंने अप्रैल में अल्माटी में एशियाई क्वालीफायर में भी भाग लिया था पर तब वह कोटा हासिल नहीं कर पाये थे। मई में सोफिया में आयोजित विश्व ओलंपिक क्वालीफायर में हालांकि मलिक ने फाइनल में पहुंचकर कोटा हासिल कर लिया था। ओलंपिक से पहले अपने चोटिल घुटने को पूरी तरह से ठीक करने के लिए मलिक डब्ल्यूएफआई द्वारा आयोजित पोलैंड की अभ्यास यात्रा पर नहीं गये थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार वह अपने घुटने के इलाज के लिए कोई आयुर्वेदिक दवा ले रहे थे और माना जा रहा है कि इसी कारण कोई प्रतिबंधित पदार्थ उनकी जांच में निकल आया।’’