कोलकाता । पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कुछ पूर्व विधायक बीजेपी में जाने के अपने फैसले पर अफसोस जता चुके हैं। इसमें दीपेंदु बिस्वास और सोनाली गुहा भी शामिल हैं। वे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर टीएमसी में वापस जाने की इच्छा भी व्यक्त कर चुके हैं।इसकी कड़ी में हुगली के उत्तरपाड़ा के पूर्व विधायक प्रबीर घोषाल का भी नाम शामिल हो गया है। प्रबीर घोषाल ने कहा, हाल ही में मेरी मां का देहांत हुआ है। सांसद कल्याण बंदोपाध्याय और विधायक कंचन मलिक ने मुझे कॉल किया था। मुख्यमंत्री ममता ने भी शोक संदेश भेजा था। बीजेपी के सिर्फ स्थानीय नेताओं ने ही शोक जताया है. मैं थोड़ा निराश महसूस कर रहा हूं।
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के बेटे सुभ्रांशु रॉय ने भी जरूरत के समय उनके परिवार से संपर्क करने के लिए ममता बनर्जी का आभार जताया था। सुभ्रांशु रॉय ने कहा, 'पश्चिम बंगाल विभाजनकारी राजनीति को स्वीकार नहीं करता है।मैं समझ गया हूं कि राजनीति में कुछ भी संभव है।उनकी मां कृष्णा रॉय कोलकाता के एक निजी अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं।उनके पिता मुकुल रॉय भी कोविड-19 से संक्रमित थे और अब ठीक हो रहे हैं। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के अस्पताल के दौरे के साथ उनके बयान ने बीजेपी और टीएमसी दोनों में मुकुल रॉय की घर वापसी की चर्चा को हवा दे दी है।
तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व को अभी तक उन पूर्व टीएमसी नेताओं की घर वापसी पर विचार करना बाकी है जो हाल ही में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे। चुनाव में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने जीत हासिल की थी। टीएमसी के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी उन टीएमसी नेताओं की वापसी पर अंतिम फैसला करेंगी, जो बीजेपी में शामिल हो गए थे और अब फिर से टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों ने भविष्यवाणी की है कि 2024 में आम चुनाव से पहले अपने कैडर को संदेश देने के लिए पार्टी पूर्व टीएमसी नेताओं की वापसी की अनुमति देगी जो बीजेपी में चले गए।
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टीएमसी के पूर्व विधायक प्रबीर घोषाल ने जाहिर की, टीएमसी में घर वापसी की मंशा पार्टी सूत्रों ने बताया अंतिम फैसला ममता को लेना