भागलपुर । बिहार के पूर्वी इलाके भागलपुर जिले का जर्दालू आम अपने लाजवाब स्वाद की वजह से लोगों की पहली पसंद रहा है। भागलपुर के जर्दालू आम की मिठास के गवाह देश के कोने-कोने में फैले हुए लोग हैं। आम की खूबी का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि खुद राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और देश के मुख्य न्यायाधीश के अलावा कई मंत्री और अन्य विशिष्ट लोग भी जर्दालू आम के मिठास का लुत्फ उठाते रहे हैं। कई वर्षों से यह जर्दालू आम प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित अन्य विशिष्ट व्यक्तियों को भेजा जाता रहा है, लेकिन इस साल कोरोना की वजह से इसमें देरी हो गई।
दरअसल इस बार जर्दालू आम भेजने की उम्मीद थोड़ी सी कम इसकारण हो गई थी, कि कोरोना काल में जिला प्रशासन ने भेजने की जहमत पहले नहीं ली। लेकिन जैसे ही कोरोना का प्रभाव कम हुआ तब जर्दालू आमों की खेप राष्ट्रपति भवन और सात लोक कल्याण मार्ग तक भेजने के लिए तैयार है। भागलपुर से जर्दालू आमों के 2000 पैकेट को दिल्ली के लिए रवाना किया जाएगा। दिल्ली में आम पहले बिहार भवन पहुंचेगा, जहां से राष्ट्रपति भवन और पीएम मोदी को भेजा जाएगा।
बता दें कि ये बिहार के मुख्यमंत्री की तरफ से हर साल भेजने की परंपरा रही है। इस बार 14वीं बार सुल्तानगंज के महेशी से जर्दालू आम भेजा जा रहा है।रविवार को अधिकारियों की देखरेख में आम के 2000 पैकेट तैयार किए गए। सुल्तानगंज से 2000 पैकेट जहां दिल्ली के लिए पैक हुए , वहीं 500 पैकेट आम पटना भी भेजे जाएंगे। बिहार के मुख्यमंत्री की तरफ से 2007 से लगातार 'आम' की ये सौगात भेजी जा रही है।एक पैकेट में 20 आम यानी करीब पांच किलो आम हैं।इसके साथ जर्दालू आम की खासियत को भी लिखित में बताया गया है, ताकि लोग इसके बारे में जान सकें। आम के पैकेट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सप्रेम भेंट लिखी हुई है।
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2000 पैकेट दिल्ली रवाना, पीएम और राष्ट्रपति चखेंगे जर्दालू आम का स्वाद कोरोना के कारण हुई देरी