शिमला । हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में शिमला के पीटरहॉफ में कैबिनेट की मीटिंग होने जा रही है। इस दौरान कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक में राज्य में बसें चलाने को हरी झंडी मिल सकती है। वहीं, टूरिस्ट की आसान एंट्री के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की अनिवार्यता को भी खत्म करने पर बैठक में फैसला होने की उम्मीद है। सीएम जयराम ठाकुर ने भी ढील देने के संकेत दिए थे और कहा था कि मामले कम हुए हैं। कोरोना कर्फ्यू का समय घटाने के बारे में भी चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, दुकानों और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों को अधिक समय तक खोलने की इजाजत मिल सकती है। हालांकि, कोरोना का पाजिटिविटी रेट 5 फीसदी तक गिरने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ज्यादा ढील देने के पक्ष में नहीं है।
इस बैठक में कॉलेज परीक्षाओं को करवाने पर भी निर्णय होगा। 25 जून के बाद फाइनल ईयर की परीक्षाएं करवाने की तैयारी है। हड़ताल पर चल रही निजी बसों पर टैक्स माफ करने का मुद्दा भी बैठक में जाएगा। निजी बस ऑपरेटरों को सरकार राहत दे सकती है।
इससे पहले, सीएम जयराम ठाकुर ने राज्य पर्यटन विभाग के निदेशक यूनुस और पर्यटन निगम की प्रबंध निदेशक कुमुद सिंह से गुरुवार को बैठक की। इनसे राय ली गई कि पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाने के लिए क्या किया जा सकता है। इसके अलावा, कोरोना संक्रमण भी न फैले और सैलानियों को राज्य में आने में भी कोई दिक्कत न हो, इस पहलू पर उनसे विचार-विमर्श किया गया। शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में इस एजेंडे पर चर्चा होगी। हिमाचल में 7 मई के बाद से कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। बसें और बड़े व्यापारिक संस्थान बंद हैं। बसें भी नहीं चलने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है। हालांकि, अब कोरोना के मामले 500 से नीचे आ गए हैं। मौतों का औसतन आंकड़ा भी 50 से ऊपर था। सख्तियों की वजह से होटलों में टूरिस्ट ना के बराबर पहुंच रहे हैं।