नई दिल्ली । पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन को ऐतिहासिक कदम बताते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। एक के बाद एक तीन ट्वीट में मायावती ने कहा कि पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित गठबंधन एक नई राजनीतिक व सामाजिक पहल है, जो राज्य की जनता के बहुप्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के लिए नए युग की शुरुआत करेगी।
अपने ट्वीट में मायावती ने लिखा कि वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबक़ा कांग्रेस पार्टी के शासन में व्याप्त गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं आदि पर पड़ रही है, जिससे मुक्ति पाने के लिए इस गठबंधन को कामयाब बनाना होगा। उन्होंने पंजाब की समस्त जनता से अपील की कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को समर्थन दें। गठबंधन की सरकार बनने के बाद ही लोगों के जीवन में गुणात्मक बदलाव आएगा।
पंजाब में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने शनिवार को गठबंधन कर लिया है। गठबंधन की घोषणा करते हुए शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इसे पंजाब की राजनीति में नया सवेरा बताया। बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा की उपस्थिति में उन्होंने कहा आज ऐतिहासिक दिन है। यह पंजाब की राजनीति की बड़ी घटना है।
उन्होंने कहा कि शिअद और बसपा साथ मिलकर 2022 विधानसभा चुनाव और अन्य चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मायावती नीत बसपा पंजाब के 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगी, बाकी सीटें शिअद के हिस्से में आएंगी।
बसपा के हिस्से में जालंधर का करतारपुर साहिब, जालंधर पश्चिम, जालंधर उत्तर, फगवाड़ा, होशियारपुर सदर, दासुया, रुपनगर जिले में चमकौर साहिब, पठानकोट जिले में बस्सी पठाना, सुजानपुर, अमृतसर उत्तर और अमृतसर मध्य आदि सीटें आई हैं। इससे पहले शिअद का भाजपा के साथ गठबंधन था, लेकिन पिछले साल केन्द्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में शिअद ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। पहले शिअद के साथ गठबंधन में भाजपा 23 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ती थी।
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पंजाब के विकास का अहम पड़ाव साबित होगा बसपा-शिअद गठबंधन : मायावती