नई दिल्ली । देश के एक बड़े अखबार में मॉरिशस के तीन बड़े फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के खाते फ्रीज़ किए जाने की खबर से अडानी समूह के शेयर बुरी तरह से लुढ़क गए। शेयरों के लुढ़कने से अडानी समूह की कंपनियों का मार्कीट कैपिटलाईजेशन एक घंटे के भीतर 77 बिलियन डॉलर से करीब 10 बिलियन डॉलर कम होकर 67 बिलियन डॉलर रह गया। निवेशकों को एक घंटे में करीब 73 हजार करोड़ रुपए का झटका लगा।
हालांकि बाद में, कंपनी के कुछ शेयरों में रिकवरी देखने को मिली और नुकसान 54 हजार करोड़ रह गया, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में कारोबार को लेकर निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है। दरअसल सोमवार सुबह देश के एक बड़े अख़बार ने खबर दी कई नेशनल स्क्योरिटी डिपोजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) ने मॉरिशस के तीन बड़े एफपीआई के खाते फ्रीज कर दिए हैं और इन तीन बड़े एफपीआई के पास अडानी ग्रुप की 4 कंपनियों के 43550 करोड़ रुपए के शेयर हैं।
इस खबर के बाद कंपनी के शेयरों में सुबह से ही बिकवाली शुरू हो गई और अडानी एंटरप्राइसिस का शेयर 25 प्रतिशत तक लुढ़क गया हालांकि बाद में इसमें रिकवरी देखने को मिली। मॉरिशस के जिन तीन एफपीओ को लेकर सोमवार को रिपोर्ट प्रकाशित हुई, वे मॉरिशस के पोर्ट लुइस के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। तीनों एफपीआई का एक ही पता होने के कारण इनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हैं रहे हैं। अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रिस्टा फंड लिमिटेड और एपीएमसी फंड लिमिटेड के पास अडानी समूह की 4 कंपनियों में 2.1 प्रतिशत से लेकर 3.9 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी है।
इन कंपनियों के पास अडानी एंडरप्राइसिस, अडानी ट्रान्समिशन्स, अडानी टोटल गैस व अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर हैं। इस साल की शुरुआत से अब तक सेंसेक्स में 10 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है लेकिन अडानी ग्रुप के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को 300 प्रतिशत तक का रिटर्न मिल चुका है। अडानी टोटल गैस के शेयरों की कीमत 31 दिसंबर के 374 से बढ़कर 11 जून को 1625 रुपए हो गई थी, जबकि अडानी ट्रांसमिशन का शेयर 437 रुपए से बढ़कर 1597 रुपए हो गया।
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति 10 बिलियन डॉलर (73,000 करोड़ रुपए) कम होकर 67 बिलियन डॉलर पर आ गई है, जबकि शुक्रवार को उनकी संपत्ति 77 बिलियन डॉलर थी। उनकी संपत्ति में आई इस गिरावट से गौतम अडानी से एशिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति का ताज छिन सकता है। अडानी समूह के शेयरों में जबरदस्त गिरावट के बाद कंपनी ने बांबे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को पत्र लिख कर एनएसडीएल द्वारा तीन एफपीआई के खाते फ्रीज किए जाने की खबरों को पूरी तरह गलत बताया। कंपनी ने कहा कि यह खबर निवेशकों को जान-बूझकर गुमराह करने के लिए फैलाई गई है और इस झूठी खबर के कारण निवेशकों के साथ-साथ कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। हालांकि, कंपनी के इस बयान के बावजूद एनएसडीएल का डाटा बता रहा है कि अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले मॉरिशस के 3 एफपीआई का अकाउंट फ्रीज है।
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अडानी ग्रुप में निवेश करने वालों के एक घंटे में 73 हजार करोड़ डूबे