नई दिल्ली । व्यापार संगठन सीआईआई यानी कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री ने कोरोना की दूसरी लहर और अप्रैल-मई में देश के बड़े हिस्से में लगे लॉकडाऊन की वजह से कमज़ोर पड़ी अर्थव्यवस्था को संकट से उबरने के लिए 3 लाख करोड़ के फिस्कल स्टिमुलस की मांग की है। गुरुवार को अपने पहले मीडिया से बातचीत में सीआईआई के नए अध्यक्ष टीवी नरेंद्रन ने ये मांग भारत सरकार के सामने रखी।
नरेंद्रन ने कहा,, "अर्थव्यवस्था में डिमांड बढ़ाने के लिए मोनेटरी या फिस्कल बूस्ट चाहिए।। सरकार का रेवेन्यु ग्रोथ अच्छा हुआ है। सरकार और खर्च कर सकती है...पिछले साल नवंबर से इस साल फरवरी तक हम सही रास्ते पर थे। इसीलिए हम चाहते हैं कि अर्थव्यवस्था में ग्रोथ मोमेंटम फिर से लाने के लिए फिस्कल स्टिमुलस जरूरी है"।
सीआईआई अध्यक्ष ने कहा, अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी लाने के लिए भारत सरकार को टीकाकरण को तेज़ करना सबसे महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए सीआईआई ने दिसंबर, 2021 तक हर रोज़ कम से कम 71।2 लाख लोगों को टीका लगाने की सलाह दी है। इसके अलावा डोमेस्टिक वैक्सीन प्रोडक्शन को 2021 के अंत तक 175 करोड़ डोज़ तक बढ़ाने की भी सलाह दी गई है।
सीआईआई अध्यक्ष ने एक वैक्सीन मंत्री का पद सृजित करने की मांग की। उन्होंने कहा, "वैक्सिनेशन एक जटिल प्रक्रिया है। उत्पादन बढ़ने के लिए समन्वय और आयात करना होगा । उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ-साथ सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बहुत सारे प्लेयर्स हैं। उन्होंने कहा " सरकार को अनुमोदन देने की प्रक्रिया को तेज़ करना होगा। ग्रामीण भारत में वैक्सीन को लेकर हिचक है। इस सबको मैनेज करने के लिए सरकार में एक व्यक्ति की नियुक्ति बेहद ज़रूरी है।
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सीआईआई ने कहा कोरोना प्रभावित अर्थव्यवस्था को 3 लाख करोड़ का सहारा दे केंद्र सरकार