नई दिल्ली । सुदंरीकरण के बाद चांदनी चौक मुख्य मार्ग पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध का असर बृहस्पतिवार को नहीं दिखा। यहां दिनभर वाहनों का आवागमन जारी रहा। दो पहिया व अन्य वाहनों के साथ बैट्री रिक्शा भी सड़क पर दौड़ते नजर आए। परिवहन विभाग ने बुधवार को ही प्रतिबंध की अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद गुरुवार को लाल जैन मंदिर के सामने लगे लोहे के गेटों को बीच-बीच में बंद कर यातायात को रोका जा रहा था, लेकिन जब दोनों ओर वाहनों का दबाव बढ़ जाता तो गेट खोल दिए जाते। मामले से जुड़े लोगों के मुताबिक अभी काफी लोगों को प्रतिबंध की जानकारी नहीं है। इसलिए सख्ती बरतने की जगह उन्हें जागरूक किया जा रहा है। जब इसका उद्घाटन हो जाएगा तब सख्ती की जाएगी और नियम तोड़ने पर चालान काटा जाएगा। बता दें कि अप्रैल माह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इसका उद्घाटन करना था, लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने के कारण कार्यक्रम टालना पड़ा था। दुकानदार कारोबारी गतिविधियां प्रभावित होने की दलील देते हुए वाहनों पर लगा प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में वह उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और शाहजहांनाबाद पुनर्विकास बोर्ड (एसआरडीसी) से भी अपील कर रहे हैं। कारोबारी संगठनों का कहना है कि यह कारोबारी हब है। यहां दो लाख से अधिक व्यवसायिक प्रतिष्ठान है। जिससे लाखों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है। कटरा नवाब व्यापारी एसोसिएशन के सचिव राहुल शर्मा ने कहा कि चांदनी चौक का सुंदरीकरण केवल पर्यटकों को ही ध्यान में रखकर किया गया है। इसमें व्यापार और निवास का कोई स्थान नहीं है। आश्वासन के बाद भी यहां लोडिंग-अनलोडिंग के लिए स्थान उपलब्ध नहीं कराया गया हैं। इसके लिए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक तक जाना होगा। ऐसे में माल ढुलाई का खर्च बढ़ने के साथ दिक्कतें बढ़ेंगी।
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चांदनी चौक में प्रतिबंध का नहीं दिखा असर