मुंबई । आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में जाने माने सुपरस्टार महेश बाबू की ऐसी बातें सामने आई हैं, जिससे लोग अब तक अंजान है। खबर है कि महेश बाबू भले ही तेलुगू फिल्मों के सुपरस्टार हो लेकिन उन्हें तेलगू लिखना व पढ़ना नहीं आता। दरअसल महेश बाबू का चेन्नई में ही बड़े हुए हैं। वह तमिल और इंग्लिश में बेहतर हैं। हालांकि डायरेक्टर के मुताबिक महेश बाबू याद करके अपने डायलॉग बढ़िया बोल लेते हैं। महेश बाबू केवल साउथ इंडिया ही नहीं बल्कि नॉर्थ इंडिया में भी काफी पॉप्युलर हैं। महेश बाबू की अब तक 18 फिल्में हिंदी में डब हो चुकी हैं। इन फिल्मों में पोकिरी, अथाडु, डूकुडू, ओकडू, भारत आने नेनू जैसी पॉप्युलर फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों को हिंदी में काफी पसंद किया गया है और हिंदी चैनलों पर इनकी सबसे ज्यादा टीआरपी रहती है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में अलग-अलग भाषाओं में डब करने के बाद देखी जाती हैं। बता दें कि महेश बाबू ने पिछले 20 सालों में लगभग 40 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उनकी फिल्में करोड़ों में कमाई करती हैं। महेश बाबू की पिछली फिल्म 'सारिलेरु नीकेवरु' ने 260 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी। महेश बाबू अपनी फिल्मों के आने से पहले ही काफी पॉप्युलर हो चुके थे क्योंकि वह सुपरस्टार कृष्णा के बेटे हैं जिन्होंने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। इसके अलावा महेश बाबू के बड़े भाई रमेश बाबू भी फिल्म ऐक्टर और प्रड्यूसर रह चुके हैं।
एंटरटेनमेंट टॉलीवूड
महेश बाबू नहीं जानते तेलुगू लिखना-पढ़ना, डायलॉग्स के लिये मारते रट्टा