मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडियन ने बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज के लिए लेटर ऑफ परमिशन (एलओपी) जारी कर दी है। इससे बाड़मेर के मेडिकल कालेज में 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिल गई है। इसके साथ ही पश्चिम राजस्थान में अब जोधपुर व पाली के पश्चात यह तीसरा मेडिकल कॉलेज होगा। पूरे देश के मेडिकल कॉलेजों में चलने वाले पाठ्यक्रमों को मंजूरी देने वाली कार्यदायी संस्था भारतीय चिकित्सा परिषद (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के सदस्यीय पैनल ने कुछ समय पूर्व बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान पैनल ने पूरे मेडिकल कॉलेज का बेहद गहनता से निरीक्षण करने के पश्चात रिकॉर्ड चेक करने के साथ प्रस्तावित एमबीबीएस सत्र से जुड़े हर पहलू को बारीकी से देखा था। इसके बाद अब यह अनुमति जारी की गई है। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि एमसीआई की अनुमति मिलने से अब इसी सत्र 2019-20 से बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज में प्रवेस प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। कॉलेज की 35 फीसदी सीटें सबके लिए खुली अर्थात ओपन, 35 फीसदी निर्धारित राशि प्रति सीट 7.5 लाख एवं 15 सीटें एनआईआर तथा 15 फीसदी आल इंडिया कोटे से भरी जाएगी। इन सब सीटों पर प्रवेश नीट मेरिट के आधार पर होगा। उनके मुताबिक एनआईआर कोटे के लिए बाड़मेर जिले में रहने वाले उनके रिश्तेदार विद्यार्थी पंजीकरण करवाते समय बाड़मेर मेडिकल कालेज का इंद्राज कर सकते है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज शुरू होने से बाड़मेर एवं जैसलमेर समेत अन्य आसपास के जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। उल्लेखनीय है बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को प्रारम्भ करवाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एनडीसोनी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव मित्तल की ओर से लगातार विशेष प्रयास किए गए। बाड़मेर में मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग तैयार है। फिनीशिंग का काम अंतिम दौर में है। छात्र-छात्राओं को रहने के लिए हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल और स्टाफ क्वाटर भी बनाए गए हैं। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर राजकीय चिकित्सालय में 300 बेड का अस्पताल सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है।