नई दिल्ली । एक नई स्टडी में यह कहा गया है कि कोविड-19 की वैक्सीन पीफाइजर और मॉडर्ना पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करती है। स्टडी में यह कहा गया है कि यह वैक्सीन लेने वाले लोगों में स्पर्म लेवल हेल्दी बना रहता है। में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस अध्ययन में 18 से 50 वर्ष के 45 स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया जिन्हें फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना के एमएआरएनए कोविड-19 टीके लगने थे। इस अध्ययन में प्रतिभागियों की पूर्व में ही जांच कर यह भी पता लगाया कि उन्हें पहले से कोई प्रजनन संबंधी समस्या नहीं हो। इसमें 90 दिन पहले तक कोविड-19 से ग्रस्त हुए या उसके लक्षण वाले लोगों को शामिल नहीं किया गया। इसमें पुरुषों को टीके की पहली खुराक लगाये जाने से पहले उनके वीर्य के नमूने लिये गये और दूसरी खुराक के करीब 70 दिन बाद नमूने लिये गये। ध्ययन में पाया गया है कि लोगों को टीके की दो खुराक लगने के बाद भी उनके शुक्राणुओं के स्तर पर प्रभाव नहीं पड़ा। अध्ययन में पाया गया है कि लोगों को टीके की दो खुराक लगने के बाद भी उनके शुक्राणुओं के स्तर पर प्रभाव नहीं पड़ा। अध्ययन के लेखकों में शामिल अमेरिका के मियामी विश्वविद्यालय के एक अध्ययनकर्ता ने कहा है कि वैक्सीन लगवाने में लोगों की हिचक का एक कारण प्रजनन क्षमता पर पड़ने वाले नकारात्मक असर होने की धारण भी है। अध्ययन में विशेषज्ञों ने पाया कि वैक्सीन का प्रजनन क्षमता पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा यानी इससे शुक्राणुओं का स्तर कम नहीं हुआ।
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फाइजर-मॉडर्ना की वैक्सीन से घटती है पुरुषों की प्रजनन क्षमता