नई दिल्ली । दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आज उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली निगमों के आयुक्तों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में एमसीडी फीडर स्कूलों से कक्षा 5 से DOE के स्कूलों में कक्षा 6 में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के बेहतर इंटीग्रेशन को लेकर चर्चा की गई। एमसीडी के छात्रों के DOE स्कूलों में दाखिले में सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की ओर इशारा करते हुए, विशेष रूप से वर्तमान में कोरोना के दौरान जब स्कूल बंद हैं,पर चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, "हमें दिल्ली सरकार के स्कूलों में शामिल होने वाले नगर निगम के स्कूलों में छात्रों के सही कांटेक्ट डिटेल्स की आवश्यकता है ताकि कक्षा 6 के शिक्षक जल्दी से उन विद्यार्थियों से संपर्क कर शिक्षण गतिविधियों को शुरू कर सकें"। पिछले साल सत्र की शुरुआत में लगभग 30-35% छात्रों के फोन नंबर ही सही थे। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में छात्रों को वर्कशीट नहीं भेजी जा सकी या वे सेमी-ऑनलाइन कक्षाओं में भाग नहीं ले सके। दिल्ली सरकार के स्कूल के शिक्षकों ने इन बच्चों का पता लगाने के लिए विशेष प्रयास किए लेकिन अंततः वे दिल्ली सरकार के स्कूलों की कक्षा 6 में नामांकित बच्चों में से केवल 76 प्रतिशत बच्चों तक ही पहुँच सके। इस वर्ष भी ऐसी ही स्थिति की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए मनीष सिसोदिया ने शिक्षा निदेशालय और नगर निगम के अधिकारियों को एक ऐसी योजना तैयार करने के लिए कहा, जहां एमसीडी फीडर स्कूलों के कक्षा 5 के शिक्षक दिल्ली सरकार के स्कूल के कक्षा 6 के शिक्षक के साथ मिलकर काम कर सके। सिसोदिया ने कहा, “हमारे छात्रों और शिक्षकों को कोरोना संकट और स्कूलों के बंद होने के दौरान बहुत सारी मानसिक व अन्य चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एमसीडी से DOE के स्कूलों में आने वाले छात्रों को उनके शिक्षकों से DOE स्कूलों की अन्य कक्षाओं के समान ही बेहतर इमोशनल सपोर्ट और लर्निंग एनवायरनमेंट मिले। एमसीडी स्कूल के शिक्षकों और DOE स्कूलों के शिक्षकों के बीच संयुक्त प्रयासों से छात्रों के सही कांटेक्ट डिटेल्स प्राप्त करने और शिक्षकों तथा उनके छात्रों के बीच के संबंध को बेहतर करने में मदद मिलेगी। सिसोदिया ने अधिकारियों से कहा कि कक्षा 5 में पढ़ाने वाले एमसीडी स्कूलों के शिक्षक, दिल्ली सरकार के स्कूल में कक्षा 6 में पढ़ाने वाले शिक्षकों से मिलें और संयुक्त रूप से अपने विद्यार्थियों से फ़ोन पर बात करे। यदि फोन नंबर गलत है, तो एमसीडी शिक्षक अपने स्कूलों में जाकर अन्य विद्यार्थियों या संसाधनों की सहायता से सही फोन नो. खोजने का प्रयास करे। इससे डीओई स्कूलों में उनके समकक्ष शिक्षकों के समय और प्रयास की बचत होगी। इसी तरह, न केवल कांटेक्ट डिटेल्स बल्कि एमसीडी शिक्षक अपने छात्रों के विषय में विशेष परिस्थितियों, यदि कोई हो, जैसे माता-पिता की मृत्यु, भावनात्मक समर्थन की आवश्यकता, चिकित्सा इतिहास आदि तक के बारे में साझा कर करे ताकि डीओई स्कूल बेहतर तरीके से आगे की कक्षाओं में इन विद्यार्थियों की मदद कर सके। बैठक में इस वर्ष कक्षा 6 में शामिल होने वाले छात्रों के लिए एक संयुक्त अभिभावक शिक्षक बैठक (पीटीएम) आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। यह एक विशेष PTM होगा, जिसमें कोरोना संबंधित प्रोटोकॉल का पालन किया करते हुए MCD और DoE शिक्षक जुलाई महीने में कक्षा 6 में आने वाले विद्यार्थियों के माता-पिता के साथ संयुक्त रूप से मिलेंगे। महामारी के कारण बच्चों के लर्निंग में आए गैप पर चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “महामारी के कारण छात्रों के लर्निंग गैप को को खत्म करना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। एक बार जब स्कूल फिर से खुल जाते हैं, तो हमें अपने छात्रों को भावनात्मक समर्थन देने के साथ-साथ छात्रों के सीखने की प्राथमिकताओं के लिए नई रणनीतियां तैयार करनी होगी। लर्निंग गैप को कम करने के उपायों में कक्षा 3 से 6 के लिए एक संयुक्त मिशन बुनियाद कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। ये कार्यक्रम खासतौर पर उन छात्रों के लिए जो किसी कारणवश कक्षाओं में पिछड़ रहे थे और बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे।
- बैठक में चार बड़े फैसले लिए गए:
1. DoE के छात्रों के मॉड्यूल के साथ एमसीडी के डेटा बेस का एलाइनमेंट ताकि दिल्ली सरकार के स्कूलों में शामिल होने वाले छात्रों के सही कांटेक्ट डिटेल्स और अन्य विवरण प्राप्त हो सके।
2. एमसीडी के शिक्षक इस साल DOE के स्कूलों में कक्षा 6 में शामिल हुए अपने छात्रों से संपर्क करें और उनका फ़ोन नंबर अपडेट करें। साथ ही DOE के स्कूलों के शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों की विस्तृत जानकारी मुहैया करवाए।
3. कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जुलाई में कक्षा 6 के छात्रों के लिए एमसीडी-DOE शिक्षकों द्वारा संयुक्त पीटीएम का आयोजन किया जाए।साथ ही एमसीडी स्कूलों के शिक्षक अपने पूर्व छात्रों से मिलने के लिए नियमित रूप से DOE के स्कूलों में विजिट करें।
4. DOE और एमसीडी स्कूलों में कक्षा 3 से 6 के सभी छात्रों के लिए उनके मूलभूत सीखने के कौशल को मजबूत करने के लिए मिशन बुनियाद की संयुक्त रणनीति पर शुरू हो काम।
रीजनल नार्थ
एमसीडी और दिल्ली सरकार के शिक्षकों को साथ मिलकर काम करने की है जरूरत : सिसोदिया