मैड्रिड । एंटीवायरस सॉफ्टवेयर क्षेत्र में बड़ा नाम जॉन मैकेफी बुधवार को स्पेन की जेल की अपनी सेल में मृत पाए गए। वो जाने-माने एंटीवायरस सॉफ्टवेयर मैकेफी के फाउंडर थे। उन पर अमेरिका में टैक्स इवेजन यानी टैक्स चोरी के आरोप थे। उसी दिन स्पेन की नेशनल कोर्ट ने उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। मैकेफी को अक्टूबर, 2020 में बार्सिलोना एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था, वो यहां से इस्तांबुल के लिए फ्लाइट लेने जा रहे थे तब से वो स्पेन में ही थे। उन पर आरोप थे कि उन्होंने कंसल्टेंट के तौर पर काम करने, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने और अपनी जीवनी के अधिकार बेचकर लाखों पैसे कमाने के बावजूद 2014 से 2018 के बीच जानबूझकर टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया था। अगर उनका दोष साबित होता तो उन्हें 30 सालों तक की सजा हो सकती थी। नवंबर में प्रत्यर्पण की रिक्वेस्ट फाइल हुई थी। इसके मुताबिक मैकेफी ने इन चार सालों के बीच में 12 मिलियन डॉलर कमाए थे, लेकिन टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया था। स्पेन की कोर्ट ने बुधवार को कहा था कि वो उनके यूएस को प्रत्यर्पण को मंजूरी दे रही है।
हालांकि इस फैसले को अभी चुनौती दी जा सकती थी और प्रत्यर्पण को अभी फिर भी स्पेनिश कैबिनेट से मंजूरी लेनी पड़ती। पिछले कुछ सालों में वो एक तरीके से क्रिप्टोकरेंसी के स्वयंभू गुरू बन गए थे, उनका दावा था कि वो 2,000 डॉलर हर रोज बना रहे हैं। उनके ट्विटर पर एक मिलियन फॉलोअर्स हैं। जून 16 को उन्होंने एक ट्वीट किया था, जिसमें कहा था कि 'यूएस अथॉरिटीज़ को लगता है कि मैंने क्रिप्टो छिपाकर रखे हैं, काश, मैंने रखा होता।' उनका कहना था कि उनके पास अब कुछ नहीं बचा है, लेकिन उन्हें अब भी किसी बात का अफसोस नहीं है।
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मैकेफी एंटीवायरस के फाउंडर स्पेन जेल में मृत पाए गए - घंटों पहले ही प्रत्यर्पण को मिली थी मंजूरी