सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज खनन कंपनी कोल इंडिया का मुनाफा मार्च 2019 में समाप्त तिमाही में चार गुना से अधिक बढ़कर 6,024.2 करोड़ रुपए हो गया। अधिक बिक्री और कम व्यय के चलते कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी को 1302.63 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। कंपनी के कर्मचारियों के लाभ पर आने वाली लागत में तेज गिरावट और बिक्री एवं लागत प्रबंधन में सुधार से मुनाफे में 362 प्रतिशत की छलांग संभव हो पाई है। कोल इंडिया ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की बिक्री 7.9 प्रतिशत बढ़कर 26,704.27 करोड़ रुपए रही, जो कि 2017-18 की मार्च तिमाही में 24,747.10 करोड़ रुपए थी। इस दौरान कंपनी का कुल व्यय 2018-19 की चौथी तिमाही में गिरकर 21,473.1 करोड़ रुपए रहा। वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में उसका व्यय 27,396.5 करोड़ रुपए रहा था। पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में, कंपनी का मुनाफा 148 प्रतिशत बढ़कर 17,462.18 करोड़ रुपए रहा। वर्ष 2017-18 में कंपनी का मुनाफा 7,038.44 करोड़ रुपए था। वहीं वर्ष के दौरान कंपनी की एकीकृत बिक्री 92,896.08 करोड़ रुपए रही, एक साल पहले उसकी एकीकृत बिक्री 82,487.93 करोड़ रुपए थी।