अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की लड़खड़ाती जुबान वाला जो वीडियो पिछले हफ्ते फेसबुक पर आया था, उसे इस सोशल नेटवर्किंग साइट ने नहीं हटाया है। इस वीडियो में उनकी आवाज के साथ छेड़छाड़ की गई है। वहीं फेसबुक ने वीडियो के प्रसार को सीमित करने के इरादे से इसे डाउनरैंक कर दिया है। इसे लेकर कुछ लोग गुस्से में हैं, जिनका मानना है कि फेसबुक को गलत सूचना के प्रसार पर रोक लगाने के लिए और अधिक काम करना चाहिए। इस वीडियो के फर्जी होने की बात जानते हुए भी इसे नहीं हटाने को लेकर पेलोसी ने फेसबुक की आलोचना की। कंपनी और सिविल लिबर्टी के कुछ हिमायती लोगों ने चेतावनी दी कि यदि फेसबुक को शब्द, तस्वीर और वीडियो की सत्यता पर फैसला करने के लिए मजबूर किया जाता है तो यह गैर जवाबदेह सेंसर की राह खोल सकता है। वहीं ट्विटर ने पेलोसी का छेड़छाड़ किया हुआ वीडियो नहीं हटाया है और इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। सीएनएन के एंडरसन कूपन को पिछले हफ्ते दिए साक्षात्कार में वैश्विक नीति मामलों पर फेसबुक प्रमुख मोनिका बिकर्ट ने इस बात का जिक्र किया था कि यूजर को इसे देखने या साझा करने के दौरान यह कहा जा रहा है कि यह वीडियो फर्जी है। समझा जाता है कि यह वीडियो पेलोसी के एक भाषण का है जो हाल ही में हुए उन्होंने एक कार्यक्रम में दिया था। छेड़छाड़ की गई इस वीडियो में नैंसी पेलोसी को लड़खड़ा कर बोलते दिखाया गया है। यह वीडियो ट्विटर, यूट्यूब और फेसबुक पर लाखों बार देखा जा चुका है।
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फेसबुक ने नहीं हटाया नैंसी पेलोसी का फर्जी वीडियो - वीडियो में छेड़छाड़ कर नैंसी पेलोसी को लड़खड़ा कर बोलते हुए दिखाया गया