वाशिंगटन । अमेरिका के प्रभावशाली सांसदों ने बाइडन प्रशासन से ‘डॉक्यूमेंटेड ड्रीमर्स (वे बच्चे जिनके माता-पिता वैध रूप से अमेरिका आकर बसे हैं) को देश से निर्वासित करने से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की शुक्रवार को अपील की। इनकी संख्या दो लाख के करीब होने का अनुमान है,जिसमें से कई एच-1बी वीजा धारक भारतीय पेशेवरों के बच्चे हैं, जिनके नाम ग्रीन कार्ड प्रतीक्षा सूची में हैं और जिनके नाम शामिल होने में कई दशकों का वक्त लग सकता है।
कांग्रेस सदस्य देबोराह रॉस और भारतीय अमेरिकी सांसद डॉ.एमी बेरा ने प्रतिनिधि सभा के 36 सदस्यों के समूह का नेतृत्व करते हुए गृह सुरक्षा मंत्री एलेजांद्रो मयोरकास को एक पत्र भेजा। पत्र में गृह सुरक्षा मंत्रालय (डीएचएस) से उन बच्चों एवं युवाओं की सुरक्षा मजबूत करने की अपील की गई है जो अमेरिका में दीर्घकालिक वीजा धारकों के आश्रितों के तौर पर बड़े हुए हैं, इस समूह को ‘डॉक्यूमेंटेड ड्रीमर्स’ के तौर पर जाना जाता है।
कांग्रेस सदस्य रॉस ने कहा, हमारे देश को तेजी से विकसित हो रहे प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, इंजीनियरिंग और कई अन्य क्षेत्रों में काम करने के लिए आने वाले प्रवासियों से बहुत लाभ होता है। उन्होंने कहा, इन कामगारों के बच्चे जिन्हें डॉक्यूमेंटेड ड्रीमर्स के नाम से जाना जाता है, अमेरिका में पलते-बढ़ते हैं और कागजातों पर छोड़कर हर तरीके से अमेरिकी होते हैं। रॉस ने कहा, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन प्रतिभाशाली युवाओं एवं उनके परिवारों को गरिमा एवं सम्मान मिले।
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अमेरिकी सांसदों की बाइडेन प्रशासन से अपील, डॉक्यूमेंटेड ड्रीमर्स पर गंभीरता से विचार किया जाए