नोएडा । प्रदेश को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। यमुना प्राधिकरण ने गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में अपैरल एक्सपोर्ट कलस्टर (टेक्सटाइल पार्क) बनाने के लिए 150 एकड़ भूमि हाल ही में आवंटित की है। यह राज्य का पहला टेक्सटाइल पार्क होगा। जिसमें 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी। 8365.73 करोड़ रुपये का निवेश होगा। करीब पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। जनवरी 2022 में इस पार्क में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इन 91 फैक्ट्रियों से ही करीब दो लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। रोजगार मुहैया कराने वाले इस सेक्टर के और विकास पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर काम चल रहा है। जिसके तहतर निवेशक फ्रेंडली नीतियां तैयार की गई हैं। सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर देश तथा विदेश के 66 बड़े निवेशकों ने बीते चार वर्षों में टेक्सटाइल और गारमेंट के सेक्टर में 8715.16 करोड़ रुपये का निवेश करने संबंधी प्रस्ताव सरकार को सौंपे हैं। इन 66 प्रस्तावों में से 12 टेक्सटाइल फैक्ट्री राज्य में लग गई हैं और 18 टेक्सटाइल फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य चल रहा है। इसी साल इन 18 टेक्सटाइल फैक्ट्रियों में भी उत्पादन शुरू किए जाने का लक्ष्य है जबकि 17 टेक्सटाइल फैक्ट्रियों की स्थापना के लिए इस वर्ष निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। अगले वर्ष से इन 17 फैक्ट्रियों में भी उत्पादन शुरू होने का दावा किया जा रहा है। टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर में हो रहे इस निवेश के साथ ही मुख्यमंत्री की मंशा है कि राज्य के प्रमुख कपड़ा उत्पादक क्षेत्रों में ऐसे इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क विकसित किए जाएं, जहां उत्पादक इकाइयों को पूरी वैल्यू चैन का लाभ मिल सके। साथ ही, प्रदेश में रोजगार और निर्यात की संभावनाएं बढ़ सकें। हाल के वर्षों में बांग्लादेश, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देश प्रमुख कपड़ा उत्पादकों के रूप में उभरे हैं। प्रदेश सरकार की मंशा इन देशों से आगे होने ही है।
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नोएडा में टेक्सटाइल पार्क के लिए 150 एकड़ भूमि आवंटित