नई दिल्ली । युवती ने आइसक्रीम खाई और उसकी मौत हो गई। मामला गुरुग्राम के निजी अस्पताल का है। मरने वाली युवती रोजी संगमा नगालैंड के दीमापुर की रहने वाली थी। वह एयर होस्टेस काम करती थी। मौत को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं। एयर होस्टेस रोजी संगमा (29) सैमुअल संगमा की मौसी थी। रोजी संगमा की मौत के 24 घंटे बाद के भीतर ही सैमुअल की भी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव दिल्ली के एक होटल में फंदे से लटका मिला। दोनों की मौत को लेकर नॉर्थ-ईस्ट के लोग सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से लगातार विरोध कर रहे हैं। मामले में मेघालय की सांसद ने गृह मंत्रालय को पत्र भेजकर जांच कराने की मांग की है दिल्ली पुलिस और गुरुग्राम की क्राइम ब्रांच जांच कर रही है।
मूल रूप से मेघालय के दीमापुर में रहने वाले सैमुअल अपनी मौसी रोजी संगमा के साथ दिल्ली के बृजवासन इलाके में किराए पर रहते थे। यह घटना 23 जून की रात की है। बताया जा रहा है कि रात में अचानक रोजी संगमा के हाथ और पैर में काफी दर्द होने और प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग होने लगी थी। इसके बाद सैमुअल ने अपनी मौसी को दिल्ली के बड़े हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां हालत खराब होने पर 24 जून की सुबह करीब 6 बजे गुरुग्राम के एक अस्पताल लेकर आ गए।
सैमुअल संगमा ने अस्पताल में बनी वीडियो में दावा किया है कि मेरी मौसी की तबीयत में काफी सुधार हुआ था लेकिन इसके बाद अस्पताल के आईसीयू में रोजी संगामा को डॉक्टरों की मौजूदगी में आइसक्रीम खिला दी गई। आइसक्रीम खाने के कुछ देर बाद ही रोजी की तबीयत फिर बिगड़ी और उनकी मौत हो गई। मामले को लेकर हमने वीडियो बनाना शुरू किया,तब डॉक्टर ने हाथापाई कर पिटाई भी की। सैमुअल संगमा को अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया।
वहीं, सैमुअल संगमा के पिता ने बताया है कि मेरा बेटा बहुत ही हिम्मती और जुझारू था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता। उन्होंने दावा किया कि रोजी संगमा की मौत से सैमुअल काफी परेशान था। इसके बाद वह दिल्ली के होटल में आ गया था।होटल से 25 जून की सुबह करीब 5:30 बजे मुझसे फोन पर बातकर रोजी को इंसाफ दिलाने की बात कही थी। सैमुअल ने कहा था कि कुछ भी हो जाए वह इंसाफ दिलाने से पीछे नहीं हटेगा।इसके बाद जो शख्स इंसाफ के लिए लड़ने की बात कर रहा हो वह अचानक फांसी कैसे लगा सकता है? इसलिए सैमुअल के पिता ने रोजी और सैमुअल को इंसाफ दिलाने के लिए मेघालय सरकार नॉर्थ ईस्ट के लोगों और भारत सरकार से मदद मांगी है।
वहीं अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि रोजी संगमा को 24 जून की सुबह करीब 6:00 बजे अस्पताल लाया गया था. उसके साथ दो अन्य लोग भी थे। रोजी की खरब हालत को देखकर इमरजेंसी में भर्ती किया गया। डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा ब्लीडिंग होने से हालत खराब हो गई। इसलिए आईसीयू में भर्ती किया गया वहां कुछ देर के लिए हालत ठीक भी हुई थी। हालांकि, 24 जून की सुबह करीब 11 बजे आईसीयू में भर्ती दूसरी मरीज को आइसक्रीम खाने के लिए दी गई थी। जिस रोजी ने देखा और खाने के लिए मांग लिया।
रीजनल नार्थ
आइसक्रीम खाने से मौसी की मौत के 24 घंटे के अंदर भतीजे ने होटल के कमरे में लगा ली फांसी