नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक राघव चड्ढा ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के मामलों में दिल्ली सरकार के लोक अभियोजक को हटाने की कोशिशों पर भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि निर्दोष किसानों से बदला लेने और उनको नुकसान पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है। उन्होंने सवाल किया कि किस मकसद से दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है? लोक अभियोजन को बदलने का मकसद क्या है? भाजपा की मंसा सिर्फ बदले की भावना, किसानों को सजा दिलाना और उनके आंदोलन को बदनाम करना है। उन्होंने कहा कि बदला लेना ड्यूटी नहीं होती है, ड्यूटी होती है इंसाफ करना। अरविंद केजरीवाल किसानों की रक्षा करेंगे और भाजपा को बदला नहीं लेने देंगे। श्री चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार झगड़ालू होती जा रही है। केंद्र सरकार को अपने मन से झगड़े और बदले की भावना को निकाल कर सबके साथ मिल कर काम करना चाहिए। उन्होंने चेताया कि भाजपा निष्पक्ष न्यायिक कार्रवाई में हस्तक्षेप न करे और निर्दोष किसानों को सजा दिलाने की नापाक कोशिशें बंद करे।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक राघव चड्ढा ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में ‘भारतीय जनता पार्टी बनाम किसान’ की एक लड़ाई पिछले कई महीनों से चल रही है और दिन प्रतिदिन भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आता है। बीजेपी ने किसानों के खिलाफ एक जंग छेड़ी हुई है, उस जंग में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है। यह नया अध्याय है, किसानों के खिलाफ जो दिल्ली पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं, उन मामलों में भाजपा केजरीवाल सरकार के वकीलों को हटाकर अपने वकील लाना चाहती है। भाजपा इंसाफ की मंशा से नहीं, बल्कि बदले की मंसा से लाना चाहती है। भाजपा किसानों को नुकसान पहुंचाना चाहती है, किसानों को सजा दिलवाना चाहती है और किसानों से बदला लेना चाहती है। भाजपा संयंत्रकारी मंसूबों के चलते अपने मनपसंद वकील को दिल्ली सरकार पर थोपने की एक नाकाम कोशिश की है। भाजपा निर्दोष किसानों को फंसाने और बदला लेने के लिए अपना पब्लिक प्रॉसिक्यूटर लाना चाहती है और केजरीवाल सरकार का लोक अभियोजक (पब्लिक प्रॉसिक्यूटर) हटाना चाहती है। राघव चड्ढा ने कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली के गृहमंत्री के बीच एक वर्चुअल बैठक हुई थी। उस बैठक में भाजपा के मंसूबे साफ हो गए। उस बैठक में यह स्वीकारा गया कि दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त किए गए पब्लिक प्रॉसिक्यूटर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह भी माना गया कि दिल्ली सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर केस अच्छे से देख कर रहे हैं, मामलों में प्रगति भी है और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के खिलाफ कोई शिकायत भी नहीं है। लेकिन उस बैठक में भाजपा द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल ने यह बात कही कि हम फिर भी केजरीवाल सरकार के इन वकीलों को हटाएंगे। हम नए वकील लाना चाहते हैं, क्योंकि हम चाहते हैं कि किसानों को सजा मिले और हम उन्हें एक सबक सिखाना चाहते हैं। भाजपा की मंशा किसानों को सबक सिखाने की है, उनकी मंसा इंसाफ की नहीं है, बल्कि बदले की मंशा है। इसके चलते केजरीवाल सरकार के पब्लिक प्रॉसिक्यूटर को हटाकर बीजेपी किसान आंदोलन से संबंधित मामलों में अपना पब्लिक प्रॉसिक्यूटर लाना चाहती है, ताकि भाजपा किसानों को बदनाम कर पाए और उनसे बदला ले पाए।
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किस मकसद से दिल्ली सरकार के वकील हटाकर भाजपा अपना वकील लाना चाहती है: राघव चड्ढा