नई दिल्ली । कोरोना से मुक्ति के लिए एकमात्र टीकाकरण अभियान पश्चिम बंगाल में शुरू किया जा रहा है। मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और एनएसएचएम नॉलेज केंपस ने साथ मिलकर फ्रंटलाइन टीचर और स्टूडेंट के लिए पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव (कोविड वैक्लीनेशन ड्राइव) शुरू किया है। कोरोना टीकाकरण के इस महत्वाकांक्षी अभियान में 2,000 शिक्षक और 10,000 छात्रों को कोविड टीका लगाया जाना है। राज्य के 18 साल से अधिक उम्र के छात्रों के साथ शिक्षकों को भी कोरोना वायरस टीका लगाया जाना है। एनएसएचएम नॉलेज केंपस के ट्रस्टी मिस्टर फ्रांसिस एंटनी ने कहा, कोरोना टीकाकरण अभियान का उद्देश्य शिक्षकों और छात्रों के बीच कोरोना टीके की आसान पहुंच और अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में स्थित एनएसएचएम नॉलेज केंपस के 24 एकड़ जगह को कोरोना टीकाकरण के लिए एक क्लीन, ग्रीन और सेफ प्लेटफार्म की तरह विकसित किया गया है। कोरोना टीका करण के इस महत्वाकांक्षी अभियान में स्कूल और कॉलेज ऑन केंपस या ऑफ केंपस वैक्सीनेशन का चुनाव कर सकते हैं। इसमें स्कूल और कॉलेज के टीचर और स्टूडेंट को टीका लगाया जाना है। अगर कोई स्कूल या कॉलेज ऑन केंपस वैक्सीनेशन सुविधा चुनता है तो एनएसएचएम और मेडिका उस इंस्टिट्यूट को सभी सुविधा उपलब्ध कराने जा रहे हैं। इसके लिए शर्त यह है कि उसमें कम से कम 100 शिक्षकों/छात्रों की उपस्थिति हो। ऑफकेंपस वैक्सीनेशन के लिए एनएसएचएम के केंपस में कोरोना टीका लगाया जा सकता है। यह एनएसएचएम के दुर्गापुर और कोलकाता में उपलब्ध है। दुर्गापुर के एनएसएचएम नॉलेज केंपस में कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर 10 दिनों के लिए शुरू किया गया है जो मंगलवार से शुरू होकर 15 जुलाई 2021 तक चलेगा।
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पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा वैक्सीनेशन ड्राइव शरू -मेडिका हॉस्पिटल और एनएसएचएम ने साझा किया अभियान