नई दिल्ली । प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की सरकार पर दिल्ली के बिजली उपभोक्ताओं को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 7409 मेगावाट की रही है जबकी बिजली के बिलों पर जो फिक्स चार्ज लिया जा रहा है, वह 22500 मेगावाट के अनुरुप दिल्लीवालों से वसूला जा रहा है।
श्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में औसतन बिजली दर 6.85 रुपये प्रति यूनिट है जबकि औद्योगिक ईकाइयों को 10.69 रुपये प्रति यूनिट बिजली बिल है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए दर 5.11 रुपये है। दिल्ली में स्लैब दर छलावा है क्योंकि 200 यूनिट से ऊपर बिल आते ही पूरे बिल का भुगतान करना पड़ता है।
श्री गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में जितनी बिजली सप्लाई हो रही है, उसके हिसाब से फिक्स चार्ज के नाम पर लोग तीन गुना ज्यादा दाम चुका रहे हैं। इस तरह से केजरीवाल सरकार बिजली कंपनियों के साथ सांठ-गांठ करके लोगों को सिर्फ लूट ही नहीं रही है बल्कि सीधे-सीधे डाका डाल रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार सिर्फ झूठ के दम पर चलती है और उसका मुख्य मकशद लोगों में भ्रम पैदा कर लूटना ही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने केजरीवाल सरकार से इस लूट को तुरंत रोकने की मांग की है। उन्होंने कोरोना काल में लोगों के काम धंधों में पड़े असर के कारण बिजली के बिलों में राहत देने और लूटे गए फिक्स चार्ज के पैसे को उपभोक्ताओं को लौटाने को कहा है।
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केजरीवाल सरकार बिजली के फिक्स चार्ज के नाम पर लोगों को लूट रही है :आदेश गुप्ता