तिरुवनंतपुरम। कोरोना संकट के बीच केरल में जीका वायरस का एक और मामला सामने आया है जिसके बाद राज्य में जीका वायस के मामलों की संख्या 15 हो गई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि एक 40 वर्षीय शख्स का सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया था, यहां जांच रिपोर्ट में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। तिरुवनंतपुरम में अबतक जीका संक्रमित 14 लोगों की पुष्टि हुई है। राज्य सरकार की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि इससे पहले 17 लोगों के जांच सैंपल भेजे गए थे और इनमें जीका की पुष्टि नहीं हुई थी इसके बाद 27 लोगों के सैंपल भेजे गए जिसमें से एक शख्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि केरल में जीका के मामले देखे गए हैं और यह अप्रत्याशित नहीं था क्योंकि यह एडीज एजिप्टी मच्छरों से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि वेक्टर कंट्रोल यूनिट को जिले और राज्य स्तर पर आगे के लिए मजबूत किया जा रहा है। केरल में बीते 8 जुलाई को जीका वायरस का पहला मामला सामने आया था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया था कि 24 साल की गर्भवती महिला में जीका के संक्रमण मिले हैं।जीका वायरस से संक्रमित होने के लक्षण डेंगू बुखार के लक्षण जैसे ही होते हैं जैसे बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द। सूबे में जीका के मामले सामने आने से लोग सहमे हुए हैं। फिलहाल संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है।
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केरल में कोरोना के मामलों के बीच एक और वायरस का खतरा, जीका के अबतक 15 केस -जीका एडीज एजिप्टी मच्छरों से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया का कारण बनता है