नई दिल्ली । अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद तालिबान एक बार फिर अहम शहरों पर कब्जा कर रहा है। ऐसे कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि अफगानी लोग तालिबान के डर से अपना देश छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। तालिबान की ओर से अफगानिस्तान के करीब एक तिहाई हिस्से पर कब्जा किए जाने से स्थिति काफी खराब हो रही है। वहीं अफगानिस्तान सरकार का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं। हालांकि भारत में अफगानिस्तान के राजदूत ने अमेरिकी सेना के अचानक देश छोड़ देने के कारण अमेरिका पर हमला बोला है। भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममूंदज़े ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना का जाना अव्यवस्थित तरीके से हुआ है। इससे देश में खतरनाक और अराजक स्थिति उत्पन्न हो गई है। उनका कहना है कि तालिबान ने इस मौके का फायदा उठाया और देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा बढ़ाई। इसके कारण तीन महीने में 3600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 2 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। अफगानी राजदूत ने कहा, 'इस समय देश के 160 जिलों में सक्रिय रूप से जंग चल रही है। यह हमारे लिए काफी कठिन परिस्थिति है।' उन्होंने बगराम एयरबेस से अमेरिकी सैनिकों के रातोंरात चल जाने का उदाहरण देते हुए कहा कि यह अमेरिकी सैनिकों और अफगान सैनिकों के बीच का खराब समन्वय था। इससे स्थानीय लोगों के बीच चिंता के हालात बने, जिसे टाला जा सकता था। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि अफगानिस्तान के सैनिकों ने कम से कम 10 जिलों को तालिबान से वापस ले लिया है। वह वहां स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए काम कर रहे हैं।
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अमेरिकी सेना के अचानक चले जाने से हालात हुए खतरनाक: अफगानी राजदूत