नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार के समय में वृद्धावस्था, विकलांग तथा विधवा पेंशन योजनाएं शुरू की गई थी। जोकि अब बहुत से लोगों को नहीं मिल पाने के लिए बेहद परेशानियों का कारण बन गई है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के मानवाधिकार विभाग के चीफ मिडिया कोऑर्डिनेटर अशोक शर्मा का कहना है कि लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र के वैस्ट गुरु अंगद नगर के ८५ वर्षीय श्री मेहरचंद वर्मा जी की पेंशन पिछले ६ माह से नहीं आई है। मेहरचंद वर्मा जी का कहना है कि वे निरंतर बैंक तथा विधायक कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं किन्तु उन्हें विधायक कार्यालय से सिर्फ आश्वासन तथा बैंक से मायूसी ही हाथ लगती है। श्री मेहरचंद जी का यह भी कहना है कि वृद्धावस्था पेंशन से वे अपनी दवा आदि का खर्च चला लेते थे किन्तु अब पिछले ६ माह से पेंशन नहीं आने की वजह से उन्हें काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। तथा कोरोना महामारी की वजह से उनके घर का बजट वैसे ही गड़बड़ा गया है।
अशोक शर्मा का कहना है कि वर्मा जी जैसे और भी लोग पेंशन के लिए परेशान होकर इधर उधर चक्कर काट रहे हैं।
रीजनल नार्थ
बुढ़ापे का सहारा वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल रही