नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में इस साल कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है। राज्य सरकार और कांवड़ संघ के बीच हुई बातचीत के बाद संघ ने यात्रा को रद्द करने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांवड़ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को पुनर्विचार करने का मौका दिया था। अब कोर्ट में सोमवार को योगी सरकार जवाब दाखिल करेगी। योगी सरकार कोर्ट को सावन महीने में कांवड़ यात्रा की अनुमति रद्द करने की जानकारी देगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान श्रद्धालुओं को सावन के महीने में गंगाजल मुहैया कराने की योजना को लेकर भी सरकार कोर्ट को अपना प्लान बता सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन और जस्टिस बीआर गवई की अदालत में ये मामला सुनवाई के लिए 37 नंबर आइटम के रूप में सूचीबद्ध है। पिछले साल भी कांवड़ संघ ने ही सरकार से बातचीत के बाद कांवड़ यात्रा आयोजित न करने पर सहमति जताई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल ने की कांवड़ संघ के प्रतिनिधियों से बात की थी। कांवड़ संघ के इस फैसले से यह बात स्पष्ट हो गई है कि इस बार यूपी में कांवड़ यात्रा नहीं होगी। कोरोना को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द की गई है। उत्तराखंड, बिहार, ओडिशा, झारखंड पहले ही कोविड संक्रमण की तीसरी लहर के आशंका के चलते कांवड़ यात्रा पर पाबंदी का ऐलान कर चुके हैं।
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श्रद्धालुओं को गंगाजल मुहैया कराने की तैयारी में योगी सरकार! -सुप्रीमकोर्ट में इस साल कांवड़ यात्रा रद्द करने का जवाब दाखिल करेगी जवाब