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 दिल्ली में बनाएंगे विश्व स्तरीय ड्रेनेज सिस्टम: सीएम केजरीवाल - अगले तीन दिनों तक लगातार बारिश की संभावना, सभी अधिकारी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे: सत्येंद्र जैन - उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा बैठक की

 दिल्ली में बनाएंगे विश्व स्तरीय ड्रेनेज सिस्टम: सीएम केजरीवाल - अगले तीन दिनों तक लगातार बारिश की संभावना, सभी अधिकारी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे: सत्येंद्र जैन - उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा बैठक की

नई दिल्ली । उपराज्यपाल और सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम की समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को विश्व स्तरीय बनाया जाएगा। दिल्ली देश की राजधानी है। हमारा ड्रेनेज सिस्टम का डिजाइन सबसे बेहतर होना चाहिए। सीएम ने कहा कि हमारी सारी एजेंसियों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया है। मिंटो ब्रिज इसका सबूत है, इस बार मिंटो ब्रिज नहीं भरा है। मिंटो ब्रिज जैसा प्लान दिल्ली के अन्य 147 पॉइंट पर भी लागू लागू करेंगे, जिससे दिल्ली को पूरी तरह से जल जमाव से मुक्त किया जा सकेगा। सीएम ने सभी विभागों को ड्रेनेज सिस्टम के लिए अभ्यास शुरू करने के निर्देश दिए। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि दिल्ली में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। सभी अधिकारी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। किसी की कभी भी जरूरत पड़ सकती है। 
सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मानसून को देखते हुए दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम को लेकर माननीय उपराज्यपाल जी की अध्यक्षता में पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, डीजेबी और आई एंड एफसी के साथ समीक्षा बैठक की। मिंटो रोड जैसा सिस्टम दिल्ली के अन्य पॉइंट्स पर भी बनेगा। नालों की नियमित सफाई होगी और दिल्ली में बनाएंगे वर्ल्ड क्लास ड्रेनेज सिस्टम।’’ इस समीक्षा बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन, चीफ सेक्रेटरी के अलावा पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, दिल्ली जल बोर्ड, आई एंड एफसी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों ने दिल्ली में ड्रेनेज सिस्टम को लेकर जहां-जहां पर भी काम हुआ है, प्रजेंटेशन के जरिए उसकी विस्तृत जानकारी दी।
समीक्षा बैठक में सीएम केजरीवाल ने कहा कि मैं समझता हूं कि हमारी सारी एजेंसी ने मिल कर बहुत अच्छा काम किया है। इसका सबसे बड़ा सबूत मिंटो ब्रिज है। दिल्ली में कहावत है कि जिस दिन मिंटो ब्रिज भर जाता है, उस दिन बारिश की शुरूआत की घोषणा कर दी जाती है। हमारे अधिकारियों और इंजीनियर ने मिल कर बहुत अच्छा काम किया है। यह हम नहीं कह रहे हैं, पूरी दिल्ली कह रही है। इस बार मिंटो ब्रिज भरा नहीं है। इस बार मिंटो ब्रिज की शहर में चर्चा है। इसके लिए मैं आप (अधिकारी और इंजीनियर) सभी को बधाई देना चाहता हूं। दूसरी बात, आप लोगों ने मिंटो ब्रिज में जो करके दिखाया है, इससे साबित होता है कि हम सभी लोग लग जाएं, तो यह हो सकता है। यह आप लोग कर सकते हैं, आप लोगों के अंदर करने की क्षमता है। आपने जैसा मिंटो ब्रिज को करके दिखाया है, वैसे ही दिल्ली के जितने भी पॉइंट हैं, जहां हर साल बारिश के चलते पानी जमा होता है, वहां पर भी कर सकते हैं।  सीएम ने कहा कि प्रजेंटेशन में आप लोगों ने कुछ पॉइंट को बताया है, लेकिन दिल्ली में ऐसे करीब 147 पॉइंट हैं। अगर हम इसकी मैपिंग कराएं, तो इससे थोड़े ज्यादा पॉइंट हो जाएंगे। अगर सभी पॉइंट का मिंटो ब्रिज की तरह से प्लान तैयार कर लिया जाए और मिंटो ब्रिज की तरह ही इन पॉइंट पर भी इसे लागू किया जाए, तो हम दिल्ली को पूरी तरह से जलभराब से मुक्त करा सकते हैं।
सीएम ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है। इसलिए हमें ड्रेनेज सिस्टम की सबसे बेहतर डिजाइन करनी चाहिए। कई जगह तो ऐसे हैं कि दिल्ली जल बोर्ड का नाला जहां एमसीडी के नाले में मिलता है, वहां कोई तालमेल नहीं है। मैं सभी एजेंसी को सुझाव दूंगा कि पूरे दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम के लिए हम अभ्यास शुरू कर दें और पूरी दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम का अच्छा डिजाइन होना चाहिए। अगर सारी एजेंसियों से यह डिजाइन बन कर आए, तो हम उसे लागू भी कराएंगे। फिर साल में हमें एक बार डी-सिल्टिंग करनी पड़ेगी। डी-सिल्टिंग करने के बाद पूरा ड्रेनेज सिस्टम खुद ही काम करेगा। इसलिए इस दिशा में भी हमें काम करना चाहिए कि पूरे ड्रेनेज सिस्टम का दोबारा संशोधन करें। जैसा कि एलजी साहब ने अभी कहा कि यह जो ग्रीवांस नंबर है, इसके बारे में अभी बहुत से लोगों को पता नहीं है। इसको जितना हो सके, उतना लोकप्रिय करें।
पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि संभावना है कि तीन दिनों तक लगातार बारिश होगी। मुझे लगता है कि अगला तीन दिन काफी कठिन है। इसके लिए सब लोग तैयार रहें। दिन-रात बारिश हो सकती है। हमें रात में ज्यादा तैयारी रखनी पड़ेगी। हमारे पास 1500 से अधिक पंप सेट हैं, हमें उन सभी को अलर्ट पर रखना है। इस दौरान सभी अधिकारी और इंजीनियर हमेशा उपलब्ध रहेंगे, क्योंकि इनकी अगले कुछ दिनों तक 24 घंटे में कभी भी जरूरत पड़ सकती है।
 

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