प्रयागराज में कुंभ मेले में देर रात एक कैंप में फिर से आग लग गई। आगजनी की इस घटना में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन बाल-बाल बच गए। जिस समय कैंप में आग लगी, उस समय लालजी टंडन गहरी नींद में सो रहे थे। हादसे में उनका मोबाइल, चश्मा, घड़ी और दूसरे सामान जल गए। आग लगने के बाद लालजी टंडन को कैंप से हटा कर कुंभ मेले से सर्किट हाउस शिफ्ट किया गया। कुंभ मेले में आग लगने की यह पांचवीं घटना है। फिलहाल आग लगने के कारण की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अनुमान है कि बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। रात करीब ढाई बजे सेक्टर 20 के अरैल इलाके स्थित त्रिवेणी टेंट सिटी में आग लगी थी। इसी टेंट सिटी में लालजी टंडन भी रुके थे। रात करीब ढाई बजे आग लगने से टेंट सिटी में अफरा-तफरी मच गई।
सुरक्षाकर्मियों ने लालजी टंडन समेत बाकी लोगों को सुरक्षित बचा लिया। हालांकि टेंट और बाकी सामान जलकर खाक हो गए। इसके बाद रात करीब साढ़े तीन बजे लालजी टंडन को सर्किट हाउस में शिफ्ट किया गया। कुंभ में आग लगने की कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। इससे पहले 5 फरवरी को कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 15 में स्थित नाथ संप्रदाय के शिविर में दो शिविरों में आग लग गई थी। आग पर तुरंत ही काबू पा लिया गया था। जनवरी महीने में ही 3 बार आग लगने की घटनाएं सामने आईं। 19 जनवरी को मेले के सेक्टर-13 में सभा के पंडाल में अचानक आग लग गई थी। उससे पहले 14 जनवरी को दिगंबर अखाड़े के शिविरों में आग लगी थी, जिससे मेला परिसर के कई पंडाल जलकर खाक हो गए थे। इसके बाद 16 जनवरी को स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में आग लगी थी। शिविर में उस समय भंडारा चल रहा था। आग लगने से भंडारे का टेंट जलकर राख हो गया था।
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कुंभ में फिर लगी आग, बाल-बाल बचे लालजी टंडन