विश्व कप में खराब शुरुआत से उबरकर पाकिस्तान ने एक बार फिर साबित किया है कि वह कुछ भी कर सकती है। वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली करारी हार से उबरकर पाक ने जिस प्रकार विश्व की नंबर एक टीम मेजबान इंग्लैंड को हराया है उससे यह साफ है कि पाक टीम को कमजोर समझना भूल होगी। विश्व कप में पाकिस्तान की टीम जब पहुंची तब उसका विश्व कप का दावा बेहद कमजोर नजर आ रहा था।
विश्व कप से पहले पाक का खेल बेहद खराब रहा है। उसे एकदिवसीय सीरीज में दक्षिण अफ्रीका से 3-2 से हार का सामना करना उसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने उसे 0-5 से करारी शिकस्त दी। इसके बाद टीम विश्व कप की तैयारियों के लिए सबसे पहले इंग्लैंड पहुंच गई और यहां 5 एकदिवसीय मैच की सीरीज खेली लेकिन परिणाम फिर वही यहां पाकिस्तान 0-4 से सीरीज हार गया। विश्व कप में उसे पहले ही मैच में वेस्ट इंडीज के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। यहां पाक बल्लेबाज केवल 105 रन ही बना पाये।
दूसरे मैच में किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम से वह जीत सकेगी। टॉस हारने के बाद तो सभी ने माना लिया कि टीम नहीं जीत पायेगी पर पाक खिलाड़ियों ने जमकर संघर्ष किया और इंग्लैंड के सामने 348 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। इंग्लैंड टीम के फार्म को देखकर यह आसान लग रहा था। उसकी ओर से जो रूट (107) और जोस बटलर (103) ने शतक भी बना दिया पर पाक गेंदबाजों ने निचले क्रम को पेवेलियन भेजकर 14 रनों से मुकाबला जीत लिया। अब अगले मैच में पाक टीम श्रीलंका के खिलाफ बुलंद इरादों से उतरेगी।
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नंबर एक टीम को हराकर पाक ने विश्व कप की दावेदारी पेश की