मुम्बई । महाराष्ट्र में बारिश काल बनकर आई है और देखते ही देखते दर्जनों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। महाराष्ट्र के तटीय रायगढ़ जिले में तलाई गांव के नजदीक भूस्खलन होने के कारण अबतक 49 लोगों की मौत हो गई है। बाताया जा रहा है कि भूस्खलन की इस घटना में अब भी 47 लोग लापता हैं और 12 घायलों का अस्पताल में इलाज हो रहा है। राहत और बचाव कार्य जारी है और माना जा रहा है कि मौत के आंकड़ों में अभी और इजाफा होगा। वहीं, पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो बारिश की वजह से दो दिनों में अब तक 136 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। पुलिस के मुताबिक यह हादसा महाड तहसील के तलाई गांव में गुरुवार शाम को हुआ। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। अधिकारी की मानें तो भूस्खलन वाली जगह से अब तक 49 शव बरामद किए गए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। रायगढ़ की जिलाधिकारी निधि चौधरी ने कहा कि बृहस्पतिवार देर शाम भूस्खलन की घटना की सूचना मिली थी। जिलाधिकारी ने कहा, 'बाढ़ और कीचड़ के कारण घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्ते अवरुद्ध हो गए थे, इसलिए राहत एवं बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। शुक्रवार सुबह राहत एवं बचाव अभियान दोबारा शुरू किया और अपराह्न तक शव बरामद किए गए। अधिकारियों के मुताबिक गांव में करीब 30 घर इस हादसे के कारण वे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बारिश से जुड़ी घटनाओं में लोगों की मौत होने पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से हुई जनहानि से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र में उपजी स्थिति की करीबी निगरानी की जा रही है और प्रभावितों को सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
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महाराष्ट्र में काल बनकर आई बारिश केवल एक गांव में 49 की मौत