YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

स्पोर्ट्स

भारतीय मुक्केबाजों से पदकों की उम्मीदें 

भारतीय मुक्केबाजों से पदकों की उम्मीदें 

भारतीय मुक्केबाजी टीम के पूर्व कोच गुरबख्श सिंह संधू को उम्मीद है कि इस बार टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय मुक्केबाज ज्यादा से ज्यादा पदक जीतेंगे। भारत को अब तक ओलंपिक में दो पदक विजेंदर सिंह (बीजिंग 2008 ,कांस्य) और एम सी मैरीकॉम (लंदन 2012 ,कांस्य) ने दिलाए हैं। दोनों बाद संधू राष्ट्रीय पुरूष टीम के कोच थे। इस पूर्व कोच के अनुसार उन्हें खेलों में भाग ले रहे सभी नौ भारतीय मुक्केबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हम पहली बार ओलंपिक में एक से अधिक पदक जीतेंगे और पदक का रंग भी बेहतर होगा। मैंने इन सभी का प्रदर्शन देखा है। मैं उन्हें जानता भी हूं क्योंकि मेरे रहते ही कुछ शिविर में आए थे। सब कुछ ठीक रहा तो इन खेलों में ये मुक्केबाज नया इतिहास बनाएंगे।'
अमित पंघाल , मैरीकॉम और विकास कृष्ण 
संधू दो दशक से अधिक समय तक पुरूष टीम के राष्ट्रीय कोच रहे। वह  एक साल तक महिला टीम के भी कोच थे। मुक्केबाज अमित पंघाल उनके सामने ही शिविर में आये थे। संधू ने कहा, ‘ वह मजबूत इच्छाशक्ति वाला निडर खिलाड़ी है। वह नैसर्गिक प्रतिभा का धनी है।' उन्होंने कहा कि वह पसंदीदा चुनने में विश्वास नहीं रखते क्योंकि उनके अनुसार सभी 
पदक के दावेदार हैं। पंघाल के अलावा छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किलो) और विकास कृष्ण (69 किलो) भी पदक के दावेदारों में हैं। संधू मानते हैं कि विजेंदर के ओलंपिक पदक ने भारत में मुक्केबाजी के विकास की नींव रखी पर साथ ही उनका यह भी मानना है कि आज के मुक्केबाजों में अधिक आत्मविश्वास है जो प्रतिस्पर्धी मुकाबले ज्यादा खेलने से मिला है। इसी कारण पिछले कुछ साल से मैने उन्हें किसी टूर्नामेंट से खाली हाथ लौटते नहीं देखा। 
 

Related Posts